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खरतरगच्छ का आदिकालीन इतिहास महोपाध्याय चन्द्रप्रभसागर
सम्पादक:
भंवरलाल नाहटा
प्रकाशक: अखिल भारतीय श्री जैन श्वे. खरतरगच्छ महासंघ १००४-मालीवाड़ा, दिल्ली-६
प्रथम संस्करण : १६६० मूल्य : ३० रुपये
मुद्रक : सुराना प्रिन्टिंग वर्क्स २०५, रवीन्द्र सरणी कलकत्ता-७
Kharatar-Gachchha Ka Adikaleen Itihas/Mahopadhyay Chandra-Prabh-Sagar Akbil Bharatiya Sri Jain Swetamber Khartar-Gachchha Maha Sangh, Delhi/1990/Rs. 30/