________________
आदाग अर वु मूवत्तु मोदद नमि हदिनय्दु आद्यन्क वीरान्क ऐळु
118011
॥४३॥
॥४६॥
महदादि गान्गेय पूज्य इहलोकदादिय गिरिय वहिसिदणुव्रत नन्दि
महनीय गुरुगण भरत गहगहिसुव नगुभरित महिय कळ्वप्पु कोवळला
सिरि भूवलय
॥५६॥ ॥५९॥
॥६२॥
॥६५॥
॥६८॥
॥७१॥
श्रीद मल्लियु इप्पत्ऐदु
आदि नेमिय अन्क हत्तु आदि इप्पत्एरळ् धनुष मोददन्तिमगळु मोळाऊ
कोष्टक बन्धान्कदोळु कूडिदक्षर । दाशमिक क्रम गणित । साष्टम निर्मल स्फटिकद बण्णद । भीष्टद सिम्ह वर्णगळ डिगद्अन्क गणितदोळ तेगेयलादी एन्टु । भगवन्त पुष्पदन्ताद्य ॥ सोगसिन कुन्दपुष्पदबण्ण एरडके । मिगिलाद सिम्हशरीर तिरेयेल्लिहरितवर्णपार्श्वसुपार्श्व | हरवर्ण नील य् सुव्रत । बरुवुदिदे नेमि पद्मप्रभ मत्तु । वरवसुपूज्यर्गे केम्पु यशदेन्टु सिम्ह बण्ण बिळिदु हळदि । वशनील केम्पु इन्त् आगे ॥ ऋषि हदिनारर सिम्हगळ् चिन्नद । रसद स्फटिकद वगळु म्हवीरदेवन सिम्हासन चिन्न । महद् आदि व्रुषभ जिनम्चा * ।। मिह सिम्हवदनोडे चिन्नद नाडाद । इहके नन्दिय लोक पूज्य
महति महावीर नन्दि
महनीय महाव्रत भरत
महवीर नन्दद कुलवु सुहुमान्क गणितद बेट्ट
सहनेय गुरुगळ बेट्ट
महिय गन्गरसर गणित अहमिन्द्र स्वर्गवी भरत महवीर तलेकाच गन्ग
118211
118811
118911
॥४९॥
367
आदि इप्पत्तु श्रीधव पार्श्व ओम्बत्तु नेद अन्व्हगळेल्ल इनितु साधित सिम्ह भूवलय
॥५७॥
||६०||
॥६३॥
॥६६॥
॥६९॥
॥७२॥
सहचर मूरारु मूरु गहन विद्येगळाळ गिरियु
इह कल्पवाद भरत महदादि शिव भद्र भरत महिमेय मन्ग भूवलय
एाळु कमल मुन्देळु कमल हिन्दे । सालु मूवत्एरड् अन्क | पाल * कूडिसल् एरडु कालूनूरु । श्री लालित्यद कमल क्णेय्अ धवलवर्णद्ध पादगळिह । परमात्म पादव य* दे ।। सिरविह नाल्कन्क वेरसि सिम्हद मुख । भरतखन्डद शुभ चिन्हे कविदिह मुरुग पक्षि मानव वर्गव । अवधरिसुत शान्तद श्री ।। अवतारवो इदु वीरश्री एन्देम्ब । सुविवेकि भरत चक्ान्क वीर जिनेन्द्रन वाहनवी सिम्ह । मूरने पडिहारवदु । सार श्री* वीरश्री सारस्वत धीर । रारय्केवदनद सिम्ह
समचतुरस्र सम्स्थान सम्हननद । विमल वय्भवविह कुन्द ।। श्रमहर वर्णद धवल मन्गल भद्र । गमकद शिव मुद्रे सिम्ह 112011 अमलात्म हर शम्भु सिम्ह ॥८१॥ नमिसे सौभाग्यद सिम्ह
क्रमदन्कवेरडन्क सिम्ह
॥४२॥
||४५||
118211
॥५०॥
॥ ५८ ॥
॥६९॥
॥६४॥
॥६७॥
119011
॥७३॥
119811
॥८२॥
॥५१॥
॥५२॥
॥५३॥
114811
॥५५॥
॥७५॥
॥७६॥
119911
119211
॥७९॥