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(सिरि भूवलय
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॥५६ ॥५७॥
॥६०॥ ॥६३॥ ॥६६॥
॥६९|| ॥७२॥
॥७४||
वनु पडेदवनोब्ब योगी
॥४९॥ विनुत वय्भवशालि अजजा ॥५०॥ घन शिवसख्यव पडेव दिनदिन उन्नतिगडर्व ॥५२॥ वनगुहवेल्लव नरिव
॥५३॥ घनशुद्धोपयोगियवम् वनुसार्द कर्म भूवलय
॥५५॥ वमनवमाडीद कर्मदन्कगळषटु । विमलात्म गुणव् अदे मु*रुळि ॥ गमकद कलेयन्ते हेच्चुत् बरुवाग। तमगल्लि उपदेश शक्ति रसयुतवागि हेच्चुत बरला आत्म । होस आदियाद् जनवद। नि* शियोळु पर्डेदुदम् हगलु बन्देल्लगें । वशगोळिसुवव पाठकनु
वशगोळिसुवनुपाध्यायम् । ॥५८॥ रसदूटा उणिसुवनार्य (चार्य) ५९॥ यशदे भूवलयवनलेव यशदोळिन्द्रियव जसिरुव ॥६१॥ होसबनागिरुव भूवलय
॥६२॥ हुसियनोडिसिदमहात्म असम मानवरग्रगण्य .
॥६४॥ होसेदु पेळुव द्वादशान्ग । ॥६५॥ असद्श् समतेय पेळ्व होसमार्दवार्जवरूप ॥६७॥ रुषि समुदायदोळग्र
॥६८॥ होसदादुपदेशदार्य । यशदौषधर्धिय देहि
॥७०॥ होस बुद्धिरिद्धिय सिद्ध ॥७१।। उसहसेनार्य वम्शजनु वृषभनाथन कालदरिव
॥७३॥ हसरमेल्लद दयापरनु गगनमारगदे पोपरन्ददे तीव्रत्व दगणितदाचार सदभि* || मिगिलागि पालिसुतदरन्त भव्यर । बगेय पालिसुवन् आचार्य न्वदन्कद्न्ते सम्पूर्ण पदार्थद । सविचारवेल्लवन रु*हि ॥ अवरवरिगे तक्क आचारसारद । सवियवयवव तोरिसुव धर्म साम्राज्यद सार्वभौमत्ववु निर्मल सद्धर्मव पा* || धर्म वय्भववदरन्कदष्टाचार । धर्मव पालिसुवार्य धारणितोळु दशधर्मद सारव । सारिद गुरुवु आचार्य ।। सारद सिद्धर नारयदु तोरुव । सारतरात्म आचार्य सारतरात्म भूवलय ॥७९॥ धीरन चरण भूवलय
॥८०॥ नेरद मार्ग भूवलय दारियोळ बंद भूवलय ॥८२॥ शूरर काव्य भूवलय
||८३॥ हारदरत्न भूवलय | सारात्म किरण भूवलय ।।८५॥ नेर सिद्धान्त भूवलय
॥८६॥ क्रूरकर्मारि भूवलय शूरर जन भूवलय
।।८८॥ सारात्म ज्योति भूवलय ।।८९।। नेरदध्यात्म भूवलय सार माणिक्य भूवलय ॥९१॥ वीर जिनेन्द्र भूवलय
॥९२॥ वीरन वचन भूवलय वीर महादेव वलय ।।९४॥ भूरि वय्भवयुत वलय
॥९५॥ ऐरिदनन्त आचार सारव सारिदाचार्य ॥९७॥ भूरि वय्भवद विरागि
॥९८॥ गेरिसुवेनु भक्तियनु
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