________________
५५२
जैन संस्कृत महाकाव्यों में भारतीय समाज
जयन्तविजयमहाकाव्य, सम्पा० भावदत्त शास्त्री, (काव्यमाला-७५), बम्बई, १६०२ जसहरचरिउ (पुष्पदन्तकृत) सम्पा० हीरालाल, दिल्ली, १९७२ जैनकुमारसंभव, जैन पुस्तकोद्धार संस्था, सूरत, १९५६ जातक, सम्पा० फाउसबल, १८७७-६७; कैम्ब्रिज अनुवाद १८९५-१९१३ जातकमाला, सम्पा० आर० सी० द्विवेदी तथा एम० आर० भट्ट, दिल्ली, १९६६ ज्ञातृधर्मकथा, सम्पा० एन० वी० वैद्य, पूना, १६४० तत्त्वार्थसूत्र, सम्पा० पं० सुखलाल, बनारस, १९५२ तैत्तिरीयसंहिता, सम्पा० श्रीपाद शर्मा, प्रौंध नगर, १९४५ तैत्तिरीयोपनिषद्, (ईशादिदशोपनिषद् शांकरभाष्य सहित), दिल्ली, १९६४ त्रिकाण्डशेष, सम्पा० सी० ए० शीलखण्ड महाथेरा, बम्बई, १९१६ त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरितमहाकाव्य (छह भाग),
भावनगर, १६०५-६, अंग्रेजी अनु० जौन्सन, गायकवाड पौरियन्टल सीरीज़
भाग १-४ बड़ोदा, १९३१-५४ दशकुमारचरित, सम्पा० एम० प्रार० काले, बम्बई, १९१७ क्शवकालिकचूरिण, जिनदास गणि, रतलाम, १६३३ दशवकालिकटीका, बम्बई, १६१८ दशाश्रुतस्कन्धसूत्र, अनुवादक आत्माराम, लाहौर, १९२६ बोधनिकाय, भाग २, सम्पा० भिक्षु जे० कश्यप, बिहार, १६५८ देशीनाममाला, पूना, १९३८ द्वयाश्रय काव्य, (अभयतिलक गणि कृत टीका सहित), भाग १-२, सम्पा० ए०
बी० कथवाटे, बम्बई १९१५, १९२१ द्विसन्धानमहाकाव्य (नेमिचन्द्र कृत पदकौमुदीटीका सहित), सम्पा० खुशाल चन्द
गौरावाला, भारतीय ज्ञान पीठ प्रकाशन, वाराणसी, १९७० धर्मशर्माभ्युदयमहाकाव्य (सन्देहध्वान्तदीपिकाटीका सहित), सम्पा० पं० पन्नालाल
जैन, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, वाराणसी, १९७१ धवला टीका, सम्पा० हीरालाल जैन, अमरावती संस्करण, १९५१ ध्वन्यालोक, भाग-१-२, सम्पा० विष्णुपाद भट्टाचार्य, कलकत्ता, १९५६, १९५७ नरनारायणानन्दमहाकाव्य, सम्पा० सी० डी० दलाल, गायकवाड पौरियन्टल
सीरीज), बड़ौदा, १९१६ नाट्यदर्पण, सम्पा० डा० नगेन्द्र, दिल्ली, १९६६ नाट्यशास्त्र, चौखम्बा संस्कृत सीरीज, वाराणसी, १९२६; गायकवाड़ मोरियन्टल
सीरीज़, बड़ौदा, १९२४, १६३६