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________________ अर्थव्यवस्था एवं उद्योग-व्यवसाय २३५ १५. तक्षक' (बढ़ई)-लकड़ी का काम करने वाले। १६. शौनिक (कसाई)-मांस बेचने वाले । मुर्गे आदि पालने वालों को ___'श्वपच' कहा गया है।' १७. भिषज् (वैद्य)-चिकित्सा करने वाले । १८. वैवधिक (कावडिक)-कंधे पर कांवर उठाकर बोझा ढोने वाले । १९. गोपाल (अहीर)-सिर पर घड़ा उठाकर दही घी आदि बेचने वाले । दही बेचने वाली गोप वधू के लिए 'वल्लव योषिता' का प्रयोग हुआ है। २०. रनोपजीवी (नाटककार)-नाटक लिखने वाले तथा नाटकों का आयोजन करने वाले। २१. नट१० (अभिनेता)-नाटकादि में काम करने वाले । २२. भाण्ड'–उत्सवों आदि पर जनता का मनोरञ्जन करने वाले। २३. विदूषक १२-हास्य कलाकार । २४. विडम्बक 3 - नकल करने वाले हास्य कलाकार । २५. गाथिक'४ (सङ्गीतकार)-सङ्गीत बजाने वाले। २६ वागीश'५ (गायक)-गीत गाने वाले । १. पद्मा०, १०.७३, ४.१६७ २. द्वया०, २२.३७ ३. यशो०, ३.८० ४. यशो०, ३.४, परि०, २.२२५, हम्मीर०, ४.७१ ५. चन्द्र०, १३.३१ ६. चन्द्र०, १३.३१ पर विद्वन्मनोवल्लभा टीका ७. जयन्त०, १.३७, नेमि०, १.३१, चन्द्र०, १६.२ ८. चन्द्र०, १३.३०, १३.४१-४२, तथा परि०, ११.११. ६. वराङ्ग०, १.२८, १४-४ २१.२२ १०. वही, १४.३, २३.४७ ११. वही, १४.५, २३.४७ १२. वही, २३.४७ १३. वही, २३.४७ १४. द्वया०, ११.३७ १५. वराङ्ग०, २३.६
SR No.023198
Book TitleJain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohan Chand
PublisherEastern Book Linkers
Publication Year1989
Total Pages720
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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