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________________ ज्ञाताधर्मकथांग का भौगोलिक विश्लेषण 70. महाभारत (सभापर्व) 14/49-51, 67 101. मानक हिन्दी कोश- प्रथम खण्ड, पृ. 500 71. (i) भागवत पुराण 11/31/23 102. ज्ञाताधर्मकथांग 1/8/109, 1/16/80 (ii) विष्णु पुराण 5/27/36 103. जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज, 72. दशवैकालिक (हारिभद्रीय वृत्ति), पृ. 470 पत्र 36-37 104. दी एन्शियंट ज्योग्राफी ऑफ इण्डिया, पृ. 73. आवश्यक नियुक्ति, गाथा-307 412, 705 74. ज्ञाताधर्मकथांग 1/16/98 105. जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज, 75. महाभारत 3/22/50 पृ. 470 76. जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज, 106. प्राचीन भारत का इतिहास, पृ. 66 पृ. 481 107. पाणिनि अष्टाध्यायी (व्याकरण) 7/3/13 77. ज्ञाताधर्मकथांग 1/16/98 108. प्रत्यग्रथास्त्वहिछत्रा:साल्वास्तु 78. वही 1/16/100 कारकुक्षीयाः 79. आवश्यक चूर्णि- 2, पृ. 193 -अभिधान चिंतामणि-4/26 80. व्यवहार भाष्य 5/27 (हेमचन्द्राचार्य) 81. बृहत्कथा कोश (रविषेण)- 12/132 109. ज्ञाताधर्मकथांग 1/8/109, 1/16/80 82. जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज, 110. (i) औपपातिक सूत्र 39 पृ. 483-484 (ii) ज्ञाताधर्मकथांग 1/16/108 83. आवश्यक टीका (हरिभद्र), पृ. 307 111. ज्ञाताधर्मकथांग 1/16/108 84. ज्ञाताधर्मकथांग 1/16/100 112. वही 1/8/123, 131, 133 85. वही 1/16/214 113. दी एन्शियंट ज्योग्राफी ऑफ इण्डिया, 86. वही 1/16/215 पृ. 413 87. वही 1/16/103 114. ज्ञाताधर्मकथांग 1/15/3 88. महाभारत 18/6/61 115. वही 1/15/4 89. जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज, 116. आचारांग नियुक्ति 335 पृ. 477 117. विविध तीर्थकल्प, पृ. 14 जाताधर्मकथांग 1/16/103 118. अभिधान चिंतामणि 4/26 91. वही 1/8/24 119. कल्पसूत्र टीका 6, पृ. 167 92. वही 1/8/86 120. ज्ञाताधर्मकथांग 1/16/89 93. जातक 121. जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज, 94. जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज, पृ. 472 पृ.467 122. ज्ञाताधर्मकथांग 1/16/89 95. आदिपुराण में प्रतिपादित भारत, पृ. 53 123. जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज, 96. ज्ञाताधर्मकथांग 1/9/34 पृ. 473 97. वही 1/9/34 124. ज्ञाताधर्मकथांग 1/8/37 98. वही 1/9/34 125. आवश्यक टीका (मलय गिरि) पृ. 214 99. अणुतरौपातिक दशा 3/4-16 126. प्राचीन भारत का इतिहास, पृ. 65 100. यशस्तिलक का सांस्कृतिक अध्ययन, 127. पाणिनि अष्टाध्यायी व्याकरण- 4/1/171 पृ. 284 128. ज्ञाताधर्मकथांग 1/5/30 105
SR No.023141
Book TitleGnatadharm Kathang Ka Sanskritik Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShashikala Chhajed
PublisherAgam Ahimsa Samta evam Prakrit Samsthan
Publication Year2014
Total Pages354
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size23 MB
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