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जैन नीतिशास्त्र का स्वरूप • 229
124. उत्तराध्ययन उत्तरज्झयणाणि, 26/11। 125. वही, 26/22,2911 126. वही, 26/31-341 127. उत्तरज्झयणाणि सानु०, 26/35, पृ० 3561 128. वही, 26/37-381 129. वही, 26/381 130. वही, 26/39-401 131. वही, 26/44-451 132. द्र० हिस्ट्री आफ जैन मौनेकिज्म, पृ० 158। 133. आचारांग एस०बी०ई० - 2,3/1/4-5, पृ० 1371 134. कल्पसूत्र एस०बी०ई० यति के लिए नियम 2/9 पृ० 297 तथा 27/62, पृ० 310। 135. वही, नियम 5/17, पृ० 2981 136. वही, नियम 11, 12/28-30, पृ० 301-302। 137. वही, नियम 22/56-57, पृ० 3081 138. वही, नियम 24/59 पृ० 3091 139. द्र० उत्तरज्झयणं सानु० अध्य० 5, आमुख, पृ० 64। 140. गोम्मटसार कर्मकाण्ड, गाथा 57-611 141. द्र० उत्तरज्झयणाणि सानु०, अध्य० 5 आमुख पृ० 57। 142. भगवती 211, सूत्र 901 143. वही। 144. ठाणं लाडनूं संस्करण, 4/519 पृ० 2551 145. समवायांग, समवाय 17, पत्र 331 146. (क) मूलाराधना, आश्वास 1, गाथा 25। (ख) विजयोदयावृत्ति, पत्र 87। 147. समवायांग, समवाय 17 वृत्ति, पत्र 341 148. विजयोदयावृत्ति, पत्र 871 149. (क) समवायांग समवाय 17 वृत्ति पत्र 34। (ख) उत्तराध्ययन नियुक्ति, गाथा 216। (ग)
विजयोदयावृत्ति, पत्र 87। 150. वही। 151. वही। 152. भगवती, 219 सू० 90 वृत्ति पत्र 211। 153. विजयोदयावृत्ति, पत्र 89-90। 154. भगवती 2/1 सू० 90 वृत्ति पत्र 2111 155. वही 156. (क) समवायांग समवाय 17 वृत्ति पत्र 34। (ख) उत्तराध्ययन नियुक्ति, गाथा 221। (ग)
विजयोदयावृत्ति, पत्र 871 157. भगवती 2/1, सू० 90 वृत्ति पत्र 211।। 158. विजयोदयावृत्ति, पत्र 881 159. उत्तराध्ययन नियुक्ति, गाथा 2221 160. विजयोदयावृत्ति, पत्र 881 161. उत्तराध्ययन नियुक्ति, गाथा 223 द्र० उत्तरज्झयणं, सानु०, पृ० 61।