________________
सार वि. (सार) श्रेष्ठ, उत्तम
सिद्धालय नपुं. (सिद्धालय ) सारहि पुं. (सारथि) सारथी, रथ सिद्धालय, सिद्ध भगवान का स्थान,
हाँकनेवाला
सिद्धशिला
सिद्धि स्त्री. (सिद्धि) सिद्धि, मोक्ष सिप्प नपुं. (शिल्प) कारीगरी, चित्रकारी, कला
सिरिवद्धमाण पुं. (श्रीवर्धमान) चौबीसवें तीर्थंकर
सिरी स्त्री. (श्री) लक्ष्मी सिलोगद्ध पुं. नपुं. (श्लोकार्ध) काव्य का आधा भाग
सिव नपुं. (शिव) कल्याण, भद्र, मोक्ष सिविण- सुविण सिमिण-सुमिण पुं. नपुं. (स्वप्न) स्वप्न
सिसु पुं. (शिशु) बालक, बच्चा सिहर नपुं (शिखर) शिखर
(साहाय्य ) मदद, सहायता
सिंघ-सीह पुं. (सिंह) सिंह, शेर, सिहरारूढ वि. (शिखरारूढ) शिखर केसरी, मृगराज पर आरूढ़, उन्नत भाग पर स्थित . सिक्खा स्त्री. (शिक्षा) शिक्षण, उपदेश, सिहरि पुं. (शिखरिन् ) शिखरी पर्वत ज्ञान, दण्ड सिहरपरंपरा स्त्री. (शिखरपरंपरा) सिक्खिरं हे . कृ. (शिक्षितुम् ) पढ़ने के शिखरों की श्रेणी (परंपरा ) लिए
सिगाल पु. ( शृगाल) शीयाल लोमडी सिणेह पुं. ( स्नेह ) स्नेह, प्रेम सिद्ध पुं. (सिद्ध) सिद्ध, सिद्ध भगवान सिद्धगिरि पुं. (सिद्धगिरि) सिद्धाचल सिद्धत्थ पुं. (सिद्धार्थ) प्रभु वीर के पिता सिद्धराय पुं. (सिद्धराज ) राजा का
सीय वि. (शीत) जमा हुआ, मंद, सुस्त, उदासीन, आलसी, ठंडा सीया स्त्री. (सीता) राम की पत्नी सीयल वि. (शीतल) शीतल, ठंडा सीयाल पुं. (शीतकाल ) शीतऋतु सील नपुं. (शील) सदाचार, उच्च चरित्र, संयम विशेष, ब्रह्मचर्य सीस पुं. (शिष्य) शिष्य
नाम
सिद्धहेम पुं. (सिद्धहेम ) व्याकरण का सीस पु.न. (शीर्ष) मस्तक, सर
नाम
सुअ पुं. (सुत) पुत्र
सावग पुं. (श्रावक) श्रावक सावय पुं. (श्वापद) शिकारी पशु साविगा स्त्री. ( श्राविका ) श्राविका सासण नपुं. (शासन) शासन, शास्त्र, आज्ञा, शिक्षण
सासय वि. (शाश्वत) नित्य, अविनश्वर सासू स्त्री. (श्वश्रू) सास साहम्मि वि. (साधर्मिक) समान- धर्मी साहा स्त्री. (शाखा) शाखा, संतति,
परम्परा
साहु पुं. (साधु) साधु, मुनि, यति साहिज्ज-साहज्ज साहेज्ज नपुं.
२७४