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रहस्स वि. (रहस्य) गुप्त, गोपनीय, तात्पर्य , भावार्थ, एकान्त का
लक्खण नपुं. (लक्षण) चिह्न, नाम, रह पं. (स्थ) रथ, स्यन्दन, यानविशेष कारण, वस्त स्वरूप रहिअ वि. (हित) रोहित, परित्यक्त, लक्खण पं. (लक्ष्मण) राम का भाई वर्जित, शून्य
लग्ग वि. (लग्न) संबद्ध, संसक्त राइ-रत्ति स्त्री. (रात्रि) रात्रि, निशा,
लच्छी स्त्री. (लक्ष्मी) लक्ष्मी, संपत्ति , रात
वैभव राग पुं. (राग) राग, स्नेह
लज्जालुइणी (लज्जावती) लाजवाली राम पुं. (राम) राम, विशेष नाम
लट्ठ वि. (दे.) सुन्दर, अन्यासक्त रायगिह नपुं. (राजगृह) राजगृह नगर लट्टि पं. (यष्टि) लकडी, लाठी, छडी रावण पुं. (रावण) रावण, विशेष नाम
लया स्त्री. (लता) लता राहु पुं. (राहु) राहु, ग्रह विशेष ललाड-णडाल नपुं. (ललाट) भाल, रिउ-उउ स्त्री. (ऋतु) वसन्तादि छह
ललाट ऋतु
ललिय वि. (ललित) सुन्दर, मनोहर रिउ पु. (रिपु) शत्रु, वैरी, दुश्मन लह-अ. वि. (लघुक) छोटा , जघन्य, रिच्छ-रिक्ख पुं. (ऋक्ष) भालू, श्वापद,
तुच्छ, निःसार प्राणि-विशेष
लिंब पुं. (निम्ब) नीम का पेड़ रिसि पुं. (ऋषि) ऋषि
लुंठिअ वि. (लुण्ठित) लूटना, रुअ नपुं. (रुत) शब्द
बलात्कार से लेना रुक्क-ग्ग वि. (रुग्ण) रोगी ।
लुद्ध वि. (लुब्ध) लोभी, लोलुप, लम्पट रुक्ख पुं. नपुं. (वृक्ष) पेड़, पादप
लेह पुं. (लेख) लिखना, लेखन, रुप्पिणी स्त्री. (रूक्मिणी) विष्णु की अक्षर-विन्यास स्त्री
लोग पुं. (लोक) लोक, जगत, दुनिया, रूव पुं. नपुं. (रूप) देह की कान्ति,
भुवन सुन्दरता, आकृति, रूप
लोगवाल पुं. (लोकपाल) इन्द्र का रोमन्थ-वग्गोल् (रोमन्थय्) पगुराना, दिकपाल चबी हुई चीज को फिरसे चबाना
लोगंतिअ पुं. (लोकान्तिक) देवविशेष रोग पुं. (रोग) रोग, व्याधि
लोद्धअ वि. (लुब्धक) लोभी रोस पुं. (रोष) क्रोध, गुस्सा
. लोह पुं. (लोह) लोभ
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