________________
प. बी.
सं.
प
बी.
}
सं.
कत्तारं
धूआ
घीआ
(नपुंसकलिंग) कत्तार कत्तु (कर्तृ)
कत्त, हे कत्तार
दायारं
शेष पुंलिंगवत्
दायार-दाउ (दातृ) दाता, देनेवाला
हे दाय, हे दायार
कत्ताराइं, कत्ताराइँ, कत्ताराणि, कतूइं, कत्तूइँ, कत्तूणि कत्ताराई कत्ताराइँ, कत्ताराणि, कत्तू, कत्तूइँ, कत्तूणि
शेष पुंलिंगवत्
12. ऋकारान्त स्त्रीलिंग में संबंधवाचक शब्दों में निम्नानुसार परिवर्तन होता
है - (३/३५)
दुहिआ
(दुहितृ) = पुत्री, लड़की
दायाराइं, दायाराइँ, दायाराणि, दाऊइं, दाऊइँ, दाऊणि दायाराई, दायाराइँ, दायाराणि, दाऊइं, दाऊइँ, दाऊणि
नणंदा ( ननान्दृ ) = ननद
पिउसिया ) (पितृष्वसृ ) = पिता की बहन, बूआ
पिउच्छा
१२१
माउसिआ ) (मातृष्वसृ) = मौसी माँ की बहन
·
माउच्छा
माअरा
माआ (मातृ) = माता, माँ
माउ
ससा (स्वसृ) = बहन
सुसा