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________________ 5. जो नाम मूल से आकारान्त हैं उनके संबोधन एकवचन में अन्त्य आ का ए विकल्प से होता है । (३/४१) उदा. हे माले, हे माला 6. ह्रस्व इकारान्त और उकारान्त नामों के संबोधन एकवचन में विकल्प से अन्त्य स्वर दीर्घ होता है । (३/४२) उदा. हे मई, हे मइ हे घेणू, हे धेणु 7. दीर्घ ईकारान्त और ऊकारान्त नामों के संबोधन एकवचन में अन्त्य ई. ऊ ह्रस्व होते हैं । (३/३८) उदा. हे नइ, हे वहु रूप To co to WB B E L आकारान्त स्त्रीलिंग रमा (रमा) - रमा एकवचन बहुवचन रमा रमाओ, रमाउ, रमा रम रमाओ, रमाउ, रमा रमाअ, रमाइ, रमाए रमाहि, रमाहिँ , रमाहिं रमाअ, रमाइ, रमाए रमाण, रमाणं रमाअ, रमाइ, रमाए, रमत्तो, रमाओ, रमाउ, रमत्तो, रमाओ, रमाउ, रमाहिन्तो | रमाहिन्तो, रमासुन्तो रमाअ, रमाइ, रमाए - रमासु, रमासुं | हे रमे, हे रमा रमाओ, रमाउ, रमा इकारान्त स्त्रीलिंग बुद्धि (बुद्धि) - बुद्धि बुद्धी बुद्धीओ, बुद्धीउ, बुद्धी बुद्धिं बुद्धीओ, बुद्धीउ, बुद्धी बुद्धीअ, बुद्धीआ, बुद्धीइ, बुद्धीए । बुद्धीहि, बुद्धीहिँ , बुद्धीहिं च. छ. | बुद्धीअ, बुद्धीआ, बुद्धीइ, बुद्धीए बुद्धीण, बुद्धीणं बुद्धीअ, बुद्धीआ , बुद्धीइ, बुद्धीए बुद्धित्तो, बुद्धीओ, बुद्धीउ बुद्धित्तो, बुद्धीओ, बुद्धीउ, बुद्धीहिन्तो बुद्धीहिन्तो, बुद्धीसुन्तो Trito to
SR No.023125
Book TitleAao Prakrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaykastursuri, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2013
Total Pages326
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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