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आओ संस्कृत सीखें
12. भ्रू शब्द के ऊ का स्वरादि प्रत्ययों पर उव् होता है ।
उदा. भ्रूः भ्रुवौ भ्रुवः आदि
1. भूः
2. भुवम्
3.
भुवा
4. भुवै, वे
5.
6.
7.
भुवाः, वः
भुवा:, वः
भुवाम्, भुवि
आकर = खान
कट =
चटाई
कमठ = एक तापस
कर = हाथ
कार = निश्चय
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धरणेन्द्र = इन्द्र का नाम
निर्वेद = कंटाला
भू स्त्रीलिंग के रूप
भुवौ
भुवौ
भूभ्याम्
भूभ्याम्
भूभ्याम्
भुवोः
भुवोः
भुवः
भुवः
भूभिः
भूभ्यः
भूभ्यः
भुवाम्, भूनाम्
भूषु
शब्दार्थ (पुंलिंग) | सोम = चंद्र
(पुंलिंग) सोमपा = याज्ञिक
(पुंलिंग) संगर = युद्ध (पुंलिंग) स्वयंभू = ब्रह्मा (पुंलिंग) केलि = क्रीडा
(पुंलिंग) छिद् = छेद, नाश धी = बुद्धि
(पुंलिंग)
(पुंलिंग)
(पुंलिंग)
(पुंलिंग)
(स्त्रीलिंग)
कारभू = दलाल
(स्त्रीलिंग)
खलपू=कचरा साफ करनेवाला (पुंलिंग)
(स्त्रीलिंग)
पुनर्भू = दूसरी बार विवाहिता स्त्री (स्त्रीलिंग)
(पुंलिंग) (पुंलिंग)
भी = भय
(स्त्रीलिंग)
पार्श्वनाथ = तेबीसवे तीर्थंकर (पुंलिंग) भू = पृथ्वी
(स्त्रीलिंग)
प्रतिभू = साक्षी
(पुंलिंग) भ्रू = भ्रमर
(स्त्रीलिंग)
भङ्ग = नाश
भोग = साप की फणा भोगिन् = सांप
(पुंलिंग) सहचरी = साथ में रहनेवाली (स्त्रीलिंग) (पुंलिंग) अस्त्र = बाण
(पुंलिंग) खल = कचरा
मनोभू = काम
(पुंलिंग) उपज्ञ = पहले कहा हुआ (विशेषण)
विश्वपा=विश्वका रक्षण करनेवाला (पुं.) खलपू = कचरा निकालनेवाला (विशेषण) वर्षाभू = मेंढक (पुंलिंग) ग्रामणी = गांव का नायक (विशेषण)
( नपुं. लिंग)
( नपुं. लिंग)