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________________ आओ संस्कृत सीखें 2106 प्रथमा अम् भ्याम् भ्याम् चतुर्थी ओस् ओस् प्रकरण - 2 पाठ- 16 स्वरांत नाम के रूप विभक्ति के प्रत्यय स् (सि) अस् (जस्) द्वितीया औ अस् (शस्) तृतीया आ (टा) भिस् ए (D) भ्यस पंचमी अस् (ङसि) भ्याम् भ्यस् षष्ठी अस् (ङस्) आम् सप्तमी इ (ङि) सु (सुप्) सर्वनाम 1. पूर्व, पर, अवर, दक्षिण, उत्तर, अपर, अधर, स्व और अन्तर इन नौ सर्वनामों से इ. स्मात् और स्मिन् विकल्प से होता है । . उदा. पूर्वे, पूर्वाः पूर्वस्मात्, पूर्वात् पूर्वस्मिन् हस्व इकारांत नाम 2. सखि शब्द से स (प्रथमा एक वचन) का आ (डा) होता है । उदा. सखा 3. सखि शब्द से संबोधन एक वचन छोडकर शेष धुट् प्रत्ययों पर ऐ होता है । उदा. सखायौ, सखायौ, सखायः। सखायम् 4. सखि और पति शब्द स्वतंत्र हो तब सप्तमी एक वचन में इ का औ होता हैं । उदा. सख्यौ । पत्यौ । 5. तृतीया एक वचन आ का ना नहीं होता है । उदा. सख्या । पत्या । चतुर्थी एक वचन ए तथा पंचमी-षष्ठी एक वचन अस् प्रत्यय पर सखि-पति के इ का ए नहीं होता है।
SR No.023124
Book TitleAao Sanskrit Sikhe Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2011
Total Pages366
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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