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क निरुक्त में चर्चित निरुक्तकार
आचार्य औपमन्यव
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च शाकपूणि:
छ और्णवाम
ज आचार्य गालव
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झ - आचार्य तैटिकी
ञ आचार्य क्रोष्टुक
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ट आचार्य कात्यक्य
ठ आचार्य स्थौलाष्टीवि
ड आचार्य आग्रायण
ढ चर्मशिरा
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शतवलाक्ष
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तृतीय अध्याय (भारतीय निरुक्तकार एवं उनके निर्वचन सिद्धान्त)
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यास्क का परिचय
यास्क का समय निर्धारण
यास्क की रचनाएं
यास्क के निरुक्त की रूपरेखा
पंचम अध्याय - (निर्वचन के आधार एवं यास्क के सिद्धान्त)
ध्वन्यात्मक आधार एवं यास्क के निर्वचन
ख अर्थात्मक आधार एवं यास्क के निर्वचन
औदुम्बरायण
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चतुर्थ अध्याय ( यास्क एवं निरुक्त)
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