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________________ विषयानुक्रम प्रकाशकीय प्राक्कथन भूमिका - डॉ. सागरमल जैन आमुख- डॉ. धर्मचन्द जैन ज्ञानावरण कर्म ज्ञानावरण का स्वरूप मतिज्ञान एवं मतिज्ञानावरण श्रुतज्ञान और श्रुतज्ञानावरण श्रुतज्ञान से केवलज्ञान का प्रकटीकरण श्रुतज्ञान एवं इसका माहात्म्य श्रुतज्ञान परोक्ष क्यों? मतिज्ञान से श्रुतज्ञान का भेद श्रुतज्ञान स्वयंसिद्ध श्रुतज्ञान के प्रकार अवधिज्ञान एवं अवधिज्ञानावरण मनःपर्यायज्ञान एवं मनःपर्यायज्ञानावरण केवलज्ञान और केवलज्ञानावरण त्रिपदी का ज्ञान अनन्त ज्ञान केवलज्ञान-सर्वज्ञता दर्शनावरण कर्म VII IX XLV LX 1-61 ज्ञानावरण कर्मबंध के कारण ज्ञानावरण का प्रमुख कारण: ज्ञान का अनादर ज्ञान एवं अज्ञान में तात्त्विक भेद 46 ज्ञान-अज्ञान का जीवन पर प्रभाव ज्ञानावरण और अज्ञान में भेद ज्ञानगुण और ज्ञानोपयोग में अन्तर 48 51 54 गुण और उनके उपयोग में अन्तर ज्ञानावरण से सम्बद्ध जिज्ञासा और समाधान 56 ज्ञानावरण एवं दर्शनावरण कर्मों का क्षयोपशम और परिणाम 59 62-94 62 दर्शन एवं दर्शनावरण का स्वरूप 1 2 4 8 9 14 16 17 20 22 24 25 29 31 32 35 39 44 30
SR No.023113
Book TitleBandhtattva
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhiyalal Lodha
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2010
Total Pages318
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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