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हेमचन्द्र के अपभ्रंश सूत्रों की पृष्ठभूमि
मध्यम०- सि, हि, हिं
हु, ह, इद्धा अन्य०- इ, दि, एदि, ए
हिं, न्ति, न्ते, इरे एकवचन
बहुवचन उत्तम०-1. करउँ, करमि, करिमि, करेमि करहुँ, करिमु करेवि (म को व) करु। (हे08/4/386)
करिमो, करिम। मध्यम०-2. करसि, करहि, करहिं करहु, करह, करिद्धा (करेसि)।
(एलडी० 4,53
डॉ० तगारे $136) अन्य०- 3. करइ, करेइ, करदि करन्ति (हे० 4/382) (हे08/4/393) करेदि। करहिँ (हे०4/382)
करन्ते, करिरे। पूर्वोक्त तिङन्त प्रत्यय चिहों का स्पष्टीकरण हम पालि तथा प्राकृत के प्रत्यय चिहों से कर सकते हैं। पालि
एकवचन उत्तम०-1. आमि (< प्रा० भा०
आo-आमि) मध्यम०-2. असि (< प्रा० भा०
आo-असि) अन्य०- 3. अति (< प्रा० भा०
आ०-अति)
बहुवचन आम (< प्रा० भा० आ० - आमः, आमो) अथ (< प्रा० भा० आo - अथ) अन्ति (< प्रा० भा० आ० -- अन्ति)