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123. महाप्रज्ञ अतीत और वर्तमान, मुनि धनंजय कुमार, द्वितीय, 1994, आदर्श साहित्य, संघ चूरू 124. महावीर का अर्थशास्त्र, आचार्य महाप्रज्ञ, 2001, कमलेश चतुर्वेदी प्रबंधक, आदर्श साहित्य संघ, 210, दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, नई दिल्ली
125. महावीर का पुनर्जन्म, युवाचार्य महाप्रज्ञ मुनि दुलहराज / धनंजय कुमार, अप्रैल- 1993, जैन विश्व भारती, लाडनूं
126. मज्झिम निकाय (हिन्दी अनुवाद), राहुल सांकृत्यायन, 1933, महाबोधि सभा, सारनाथ 127. माउंट बेटन और भारत का विभाजन, डौमिनीक लापियर तथा लैरी कॉलिन्स, प्रथम अक्टूबर 1982, सरस्वती विहार जी.टी. रोड, शाहदरा, दिल्ली-32
128. मुक्त भोग की समस्या और ब्रह्मचर्य, आचार्य महाप्रज्ञ मुनि धनंजय कुमार, 1999, आदर्श
साहित्य संघ, चूरू
129. मेरी मां, आचार्य महाप्रज्ञ मुनि धनंजयकुमार / सा. विश्रुत विभा, प्रथम - 2003, जै. श्वे. तेरापंथी महासभा कोलकाता - गंगाशहर
130. मेरे जीवन के रहस्य, आचार्य महाप्रज्ञ, 2005, जै. श्वे. तेरापंथी महासभा 3, पार्चुगीज चर्च स्ट्रीट, कोलकाता
131. मेरी दृष्टि : मेरी सृष्टि, युवा. महाप्रज्ञ / मु.दुलहराज, तृतीय, आदर्श साहित्य संघ चूरू 132. मैं हूं अपने भाग्य का निर्माता, आचार्य महाप्रज्ञ मुनि दुलहराज, आदर्श साहित्य संघ चूरू 133. मैं : मेरा मन : मेरी शान्ति, युवाचार्य महाप्रज्ञ मुनि दुलहराज, छठा, मई 1991 ( दूसरा -1970) तुलसी अध्यात्म नीडम् जैन विश्व भारती, लाडनूं
134. मैं कुछ होना चाहता हूं, आचार्य महाप्रज्ञ, 2001, जैन विश्व भारती, लाडनूं
135. यजुर्वेद, पं. श्रीराम शर्मा आचार्य, पंचम-1969, संस्कृति संस्थान, ख्वाजाकुतुब (वेदनगर ) बरेली (उत्तर-प्रदेश)
136. युगीन समस्या और अहिंसा, आचार्य महाप्रज्ञ मुनि धनंजय कुमार, 2003, कमलेश चतुर्वेदी प्रबन्धक 210, दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, नई दिल्ली - 02
137. योग शास्त्र, आचार्य हेमचन्द्र, 1926, जैन धर्म प्रसारक सभा, भावनगर
138. योग दृष्टि समुच्चय, महर्षि श्री हरिभद्र आचार्य, वि.सं. 2006, मनसुखलाल ताराचन्द मेहता, नेप्चुन बिल्डिंग, हार्नजी रोड, मुम्बई
139. लोकतंत्र : नया व्यक्ति नया समाज, आचार्य महाप्रज्ञ मु. दुलहाराज / धनंजय कुमार, तृतीय, नवम्बर 1996-2002, जैन विश्व भारती, लाडनूं
140. विचार को बदलना सीखे, आचार्य महाप्रज्ञ, 2000, कमलेश चतुर्वेदी, प्रबंधक, आदर्श साहित्य संघ, 210. दीनद. उ. मार्ग नई दिल्ली
141. विश्व संस्कृत सूक्ति कोश भाग-1, महोपाध्यायललित प्रभसागर, द्वितीय जनवरी, 2000, जीतयशा फाउण्डेशन, 9 - सी. एसप्लानेड से ईस्ट रूप नं. 28 कलकत्ता 142. विश्व शान्ति और अहिंसा, आचार्य महाप्रज्ञ मुनि धर्मेश, प्रथम सितम्बर, 1995, जैन विश्व
भारती, लाडनूं
सन्दर्भ ग्रन्थ सूची / 425