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श्रमण-संस्कृति डॉ० इन्द्रजीत सिंह, प्रवक्ता, प्राचीन इतिहास, ही० रा० स्ना० महा० खलीलाबाद,
संतकबीर नगर। डॉ० शैलजा सिंह एवं जय प्रकाश मणि, उपाचार्य, शिक्षाशास्त्र विभाग, दी० द०
उ. गोरखपुर, विश्वविद्यालय, गोरखपुर। एवं बी० एड० विभाग, ही० रा०
पी० जी० कालेज, खलीलाबाद संतकबीर नगर। डॉ० प्रभाकर लाल, अ० प्रवक्ता इतिहास विभाग, म. गा० काशी विद्यापीठ
वाराणसी। धर्मेन्द्र कुमार, शोध छात्र, प्रा० इति० पुरातत्त्व एवं संस्कृति विभाग, दी० द० उ०
गोखपुर वि० वि० गोरखपुर। अमरेश कुमार यादव एवं रीतेश यादव, शोध छात्र, प्रा० इति० पुरातत्त्व एवं
संस्कृति विभाग, दी० द० उ० गोखपुर वि० वि० गोरखपुर। पुष्पलता कीर्ति, शोध छात्र, प्रा० इति०, पुरातत्त्व एवं संस्कृति विभाग, दी० द० उ०
गोखपुर वि० वि० गोरखपुर। नूतन यादव, प्रवक्ता प्रा० इति० महिला पी० जी० कालेज बस्ती। व्यास मुनि मिश्र, शोध छात्र, प्राचीन इतिहास, लखनऊ वि० वि०, लखनऊ। डॉ० गीता दत्त, विभागाध्यक्ष, प्राचीन इतिहास, पुरातत्त्व एवं संस्कृति विभाग,
दिग्विजयनाथ पी० जी० कालेज, गोरखपुर। डॉ० दिग्विजयनाथ पाण्डेय, रीडर, राजनीति विज्ञान विभाग, ही० रा० पी० जी०
कालेज, खलीलाबाद संतकबीर नगर। श्रुति पाण्डेय, (एम० बी० ए० अन्तिम वर्ष) जगन्नाथ मैनेजमेन्ट इन्टरनेशनल __ स्कूल, नई दिल्ली। डॉ० प्रज्ञा चतुर्वेदी, वरिष्ठ व्याख्याता, दी० द० उ० गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर। डॉ० अनुभव श्रीवास्तव, प्रवक्ता, प्राचीन इतिहास, ही० रा० स्ना० महाविद्यालय,
खलीलाबाद, संत कबीर नगर। डॉ० कमलेश कुमार गौतम, प्रवक्ता, प्राचीन इतिहास पुरातत्त्व एवं संस्कृति विभाग,
दी० द० उ० गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर।