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151. अनुयोगद्वार सूत्र, आर्यरक्षित, सू० 458
152. वही, 458-466
153. वही, 467
154. वही 470
155. दशवैकालिक निर्युक्ति, भद्रबाहु, सू० 49 156. मूलाचार, वट्टकेराचार्य, 5/80
157. नंदीसूत्र, विजयदानसूरि संशोधित चूर्णि, पृ० 111
ज्ञान मीमांसा (प्रमाण मीमांसा) 333
158. जैनसूत्राज़, डॉ॰ हर्मन जैकोबी, प्रस्तावना, पृ० 44
159. नन्दीसूत्र, विजयदान सूरि संशोधित चूर्णि, पृ० 109
160. षट्खण्डागम (धवलाटीका) पु० 1, पुष्पदन्त, पृ० 114
161. जैन सूत्राज़, भाग 1, ( कल्पसूत्र 5 ) - डॉ. हर्मन जैकोबी, पृ० 268
162. न्यायावतारः, सिद्धसेन दिवाकर, सू० 29
163. प्रमाणनय तत्त्वालोक, वादिदेवसूरि 7/2 164. वही, 7/3
165. वही 7/5-45
166. तत्त्वार्थ सूत्र, वाचकउमास्वाति, 1/34
167. विशेषावश्यक भाष्य, गाथा 2264-67
168. समयसार, कुन्दकुन्दाचार्य, गाथा 11
169. सुद्धो सुद्धादेसो णादव्वो परमभावदरिसीहिं । - समयसार, कुन्दकुन्दाचार्य, गाथा 12
170. समयसार, कुन्दकुन्दाचार्य, गाथा 6
171. वही, 12
172. वही, 8
173. वही, 414
174. अनुयोगद्वार सूत्र, आर्य रक्षित, गाथा 606
175. समयसार टीका (आत्मख्याति), अमृतचन्द्राचार्य, गाथा 4