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Story of Rāma in Jain Literature
Paüma-Cariya
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___Padma-Purana
73. दहवयण-वह-विहाणं 74. पीयकर-उवक्खाणय 75. इंदई-आदि-निक्खमण 76. सीयासमागमविहाणं 77. मय-वक्खाण 78. साएयपुरी-वण्णणं 79. राम-लक्खण-मायाहिं समागमविहाणं 80. तिहुयणालकारसंखोभविहाणं 81. भुवणालंकारसल्लविहाणं 82. तिहुणालंकारपुव्वभवाणुकित्तणं
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83. भरह-केगई-दिक्खाभिहाणं 84. भरहनिव्वाणगमणं 85. रज्जाभिसेयं 86. महुसुदरवहाभिहाणं
35 76. दशग्रीववधाभिधानम् 42 77. प्रीतिंकरोपाख्यानम्
78. इन्द्रजितादिनिष्क्रमणाभिधानम् 26 79. सीतासमागमाभिधानम्
80. मयोपाख्यानम् 81. साकेतनगरीवर्णनम् 82. राम-लक्ष्मण-मातृ-समागमाभिधानम् 83. त्रिभुवनालङ्कारक्षोभाभिधानम् 84. त्रिभुवनालङ्कारशमाभिधानम्
35 85. भरत-त्रिभुवनालङ्कारसमाध्यनुभवानु
कीर्तनम् 13 86. भरतकेकयानिष्क्रमणाभिधानम्
87. भरतनिर्वाणगमनम् 88. राज्याभिषेकाभिधान विभागदर्शनं नाम 44 89. मधुसुन्दरवधाभिधानम् 90. मथुरोपसर्गाभिधानम् 91. शत्रुध्नभवानुकीर्तनम् 92. मथुरापुरीनिवेशऋषिदानगुणोपसर्ग
हननाभिधानम् 93. मनोरमालम्भाभिधानम् 94. रामलक्ष्मणविभूतिदर्शनीयाभिधानम् 95. जिनेन्द्रपूजादोहदाभिधानम् 96. जनपरीवादचिन्ताभिधानम् 97. सीतानिर्वासनविप्रलापवज्रजङ्घागमना
भिधानम्
98. सीतासमाश्वासनम् 49 99. रामशोकाभिधानम् 29 100. लवणाङ्कुशोद्भवाभिधानम् 73 101. लवणाङ्कुशदिग्विजयकीर्तनम्
88. सतुग्ध-कयंतमुह-भवाणुकित्तणं 98. महुरा-निवेस-विहाणं
90. मणोरमालभविहाण 91. रामलक्खणविभूइदंसणं 92. जिणायणडोहलविहाण 93. जणचिंताबिहाणं 94. सीयानिव्वासणविहाणं
95. सीयासमासासणं 96. रामसोयविहाण 97. लवणंकुसभवविहाणं 98. लवकुसदेसविजयं