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श्री सुखसागर-ज्ञान बिन्दु नं० ५०
॥ वन्दे वीरं सुखोदधिम् ॥ आयंबिल-द्धमान-तप माहात्म्योपरि पूर्वाचार्य लिखित
प्राकृत संस्कृत भाषातः हिन्दी भाषा-निबद्ध
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श्री चन्द्र-चरित्र
प्रकाशक :
श्रीमजिनहरिसागरसूरि जैन ज्ञान भण्डार
जाटावास मु० लोहावट (मारवाड़)
ॐ वि० स० २००८
वीर सं० २४७८
सुख सं० ६६
मूल्य २) रुपैया । इसको आय दूसरे ग्रन्थों के प्रकाशन में लगेगी।