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________________ ११८ (३६३) 1 विजं । केवलं मत्ता इव परायत्ता इव सुत्ता इव गह-गहिया इव मया विव भणिया वि ण भणइ, दिट्ठा वि ण पेच्छइ, चलिया वि ण चलइ, णवरं पुण 3 अकारणं वच्चइ, आलेक्खं णियच्छइ, अकजं कुणइ, णिद्दयं उट्ठइ, विब्भणं उद्धाइ, अमणं झायइ, दुम्मणं गायइ, दीहं णीससइ, सहियणं जिंदइ, परियणं 5 जूरइ, गुरुयणं हसइ । किं च कइया वि हसइ, कइया वि रुवइ, कइया वि धावइ, कइया वि गाइ, कइया वि चलइ, कइया वि वलइ, कइया वि सुणइ । 7 कइया वि कणइ त्ति । किं च बहुणा । सा वलइ खलइ वेवइ जूरइ सोएण परिगया होइ । 9 भीय व्व सुहय-मुद्धा कामगइंदस्स णामेण ।। तओ मए जाणियं इमाए कामगइंदो वाही, कामगइंदो च्चिय ओसहं । 11 अवि य । जो किर भुयंग-डक्को डंके अह तस्स दिज्जए महुरं । 13 एसा जणे पउत्ती विसस्स विसमोसहं होइ ।। त्ति चिंतयंतीए मए भणिया माणसवेगा इमा ‘हला, इमीए कामगइंदो परं वेज्जो 15 पियसहीए' । तत्तो कामगइंदो त्ति सद्दायण्णणेण केरिसा जाया । अवि य । उक्कंठ-दिण्ण-हियया कामगइंदस्स सुहय-सद्देण । 17 तंडविय-कण्ण-वण-हत्थिणि व्व तत्तो-मुही जाया ।। __तओ मउय-मंजु-महुरक्खरालावं तीए पलत्तं । अवि य । 19 पियसहि अत्थि विसेसो इमिणा मंतेण मम य वाहिस्स । पीयक्खराइं जं मे कामगइंदो त्ति ता भणसु ।।। 21 तओ रायउत्त, अम्हेहिं मंतियं हिययाणुकूलत्तणं कीरंतीहिं । विरइओ इमो अलियक्खरालावो मंतो । अवि य । ओं । 1) P मत्ता विव, J परयत्ता, P पराइत्ता विव, P मया इव. 2) P om. पुण. 3) P वच्चाइ, Jom. णिद्दयं उट्ठइ, P om. विब्भण उद्धाइ. 4) P ज्झायइ दुमणं. 5) P किं च कइया, J रुअइ for रुवइ. 6) P द्धाइ for धावइ, P om. कइया वि वलइ, J मुणेइ for सुणइ. 7) P कइ वि भणइ त्ति, P om. च. 8) P वलइ for खलइ, P जूवइ for जूरइ, P सेएण for सोएण. 10) P मे for मए, J मए for इमाए, P वही for वाही. 12) J दसे for डके. 13) J पयुत्ती. 14) P चिंतयत, Jom. मए, J इमाए for इमा, P वर for परं. 15) P पियसहिए, J तओ कामगइंद त्ति सद्दायण्णेण. 16) P अहव for सुहाय. 17) P तडुट्ठियकन्न. 18) P मंजुर for मंजु. 19) J इमय P इमस्स for मम य (emended). 20) P बीइक्खराइ जं मि क्खामगइंदो, J जम्मि for जं मे. 21) Jom. कीरंतीहिं. 22) J अलिअक्खालावो, P क्खरलावो, J उउं P ओ for ओं.
SR No.022709
Book TitleKuvalaymala Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraguptasuri
PublisherAnekant Prakashan Jain Religious Trust
Publication Year2011
Total Pages246
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size13 MB
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