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________________ संदर्भ ग्रंथ सूची 195 34. शाह, यू.पी. 35. सिंह, संगीता - ‘आइक्नोग्राफी ऑव दिसिक्सटीन जैन महाविद्यायाज जर्नल ऑ व दि ओरियन्टल इन्स्टीट्यूट ऑव बड़ौदा, खं. 1, 1951 - कंकाली टीले की जैन कलाकृतियाँ; प्राचीन तीर्थ जीणोद्धार; अंक 42, पृ. 20-21, लखनऊ जुलाई-अगस्त, 2005 शौरीपुर की जैन मूर्तियाँः प्राचीन तीर्थ जीर्णोद्धार, अंक 47, पृ. 16, लखनऊ, फरवरी-मार्च 2006 सोंख का जैन पुरातत्वः प्राचीन तीर्थ जीर्णोद्धार; अंक 49, पृ. 21, लखनऊ जून-जुलाई, 2006 - कंकाली से प्राप्त जैन पुरातत्व में स्त्रियों का योगदान, प्राचीन तीर्थ जीर्णोद्धार, अंक-11 (113) लखनऊ, जुलाई, 2012 - शूरसेन जनपद में जैन संस्कृति की विशेषताएँ, अनुशीलन, अंक-XXXIX, वाराणसी, 2012 जैन संस्कृति की विशेषताएं, कर्म यो गीश्री केसरी मल जी सुराणा-अभिनन्दन ग्रन्थ, पृ. 144, राजस्थान, 1982 आयागपट्ट! जैन पूजा के प्रथम सोपान; नवनीत वर्ष 29, अंक 12 दिसम्बर, 1980 36. त्रिपाठी राममूर्ति 37. श्रीवास्तव, ए. एल.
SR No.022668
Book TitleShursen Janpad Me Jain Dharm Ka Vikas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSangita Sinh
PublisherResearch India Press
Publication Year2014
Total Pages244
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size34 MB
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