SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 266
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 242 4. काव्यस्वरूप सौन्दर्य एवं चमत्कार 5. जैन धर्म की प्रमुख साध्वियाँ एवं महिलाएँ 6. जैन साहित्य और इतिहास 7. जैन साहित्य का वृहद् इतिहास 8. तिलकमञ्जरी ( एक सांस्कृतिक अध्ययन) 9. तिलकमञ्जरी : एक समीक्षात्मक अध्ययन 10. पाश्चात्य काव्यशास्त्र 11. पाश्चात्य काव्यशास्त्र के सिद्धांत 12. भारतीय आलोचना शास्त्र 13. भारतीय काव्यशास्त्र की भूमिका - - — 1 तिलकमञ्जरी में काव्य सौन्दर्य (सं.) महेश चन्द्र भारतीय, शरद बुक एजेन्सी, गाजियाबाद, 1987 हीराबाई बोरदिया, पार्श्वनाथ विद्याश्रमशोध संस्थान, वाराणसी, 1991 नाथूराम प्रेमी, हिन्दी ग्रन्थ रत्नाकार बम्बई, 1965 गुलाबचन्द्र चौधरी, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1973 डॉ. पुष्पा गुप्ता, पब्लिकेशन स्कीम, जयपुर, 1988 डॉ. हरिनारायण दीक्षित विद्या प्रकाशन, भारतीय दिल्ली, 1982 देवेन्द्र नाथ शर्मा, बैक्स, पेपर मयूर नोएडा, छठा संस्करण, 2000 डॉ. शान्तिस्वरूप गुप्त, अशोक प्रकाशन, दिल्ली, 1979 डॉ. राजवंश सहाय 'हीरा', बिहार हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, पटना, 1976 डॉ. नगेन्द्र, नेशनल दिल्ली, पब्लिशिंग हाऊस, 1963
SR No.022664
Book TitleTilakmanjari Me Kavya Saundarya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijay Garg
PublisherBharatiya Vidya Prakashan2017
Publication Year2004
Total Pages272
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy