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तिलकमंजरी यद्यपि संस्कृत गद्यकाव्य की कथा विद्या का एक ग्रन्थ है जो जैन आगमों और पुराणों के सीद्धान्तों और रूढ़िगत अवधारणाओं को प्रतिबिम्बित करता है, तथापि यह दसवीं - ग्यारहवीं शती की संस्कृति का परिचायक प्रतिनिधि ग्रन्थ है । तिलकमंजरी का विस्तृत सांस्कृतिक अध्ययन, जिसमें तत्कालीन मनोरंजन के साधन वस्त्र तथा वेशभूषा, आभूषण, प्रसाधन, सामाजिक स्थिति आदि का समूचा ब्यौरा प्रस्तुत किया गया है, अब तक नहीं किया गया था । प्रस्तुत पुस्तक में तिलकमंजरी कालीन सांस्कृतिक समृद्धि को प्रकाश में लाने का प्रथम प्रयास किया गया है । मध्य-युगीन भारतीय संस्कृति के अध्येताओं एवं शोधार्थियों के लिए यह पुस्तक अत्यधिक उयादेय होगी ।
ISBN No. 81-85263-44-2