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विषयानुक्रमणिका
प्रस्तावना पुरोवाक् भूमिका
(vii)
(xi)
प्रथम अध्याय आदिपुराण में दार्शनिक पृष्ठभूमि
1-39 आगम परिचय, पुराण परिचय
आगम परिचय; आगम; गणि-पिटक; सूत्र; पूर्वां का वर्णन,
आगमों का निर्माण एवं प्रमुख वाचनाएँ; जैन आगमों की संख्या जैन दार्शनिक एवं उनका साहित्य
9 आचार्य उमास्वाति और तत्वार्थ सूत्र; तत्वार्थ पर टीकाएँ; आचार्य कुन्दकुन्द-ग्रन्थ साहित्य; सिद्धसेन दिवाकर; समन्तभद्र; हरिभद्र; भट्ट अकलङ्क; विद्यानन्द; अवान्तरयुगीन दार्शनिक साहित्य;
देवसूरि; हेमचन्द्र; मल्लिषेणसूरि; गुणरत्न; यशोविजय पुराण परिचय
पुराण शब्द का व्युत्पत्तिलभ्य अर्थ; पुराण का अर्थ; पुराण का लक्षण; पुराण के पर्यायवाची; आदिपुराण में पुराण का लक्षण; आदिपुराण में महापुराण की परिभाषा; आदिपुराण महाकाव्य का लक्षण; चौबीस तीर्थंकरों का संकेत; पुराणों की गणना; जैन और बुद्धपुराण; जैन पुराण; आदिपुराण का - विवेच्य विषय; आदिपुराण में वर्णित सात अंग; पुराण में वर्णित विषय और उनका लक्षण; आचार्य जिनसेन का व्यक्तित्व और कृतित्व
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द्वितीय अध्याय आदिपुराण में तत्त्व विमर्श व जीव तत्त्व विषयक विचारधाराएँ
40-103 तत्त्व विमर्श; पदार्थ संख्या; षड् द्रव्य; जीव द्रव्य जीव का लक्षण