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वसुदेवहिण्डी : भारतीय जीवन और संस्कृति की बृहत्कथा दिनकरभट्ट : २४३
देहात्मवादी : ४८६ दिनेश्वर प्रसाद (डॉ.) : १४०,१४० टि.
दौगुन्दुकदेव : ९४ 'दि वसुदेवहिण्डी : एन् ऑथेण्टिक
द्रोणाचार्य (धनुर्वेदाचार्य) : २२५ जैन वर्सन ऑव दि बृहत्कथा' : १३,३३, ६८, . द्वारवती (द्वारकानगरी) : ७४,८५,२५०,४७९,४८२
६८ टि,३१८ टि. दिव्यावदान : ७८,२४८ टि,४५९ दिशाप्रोक्षित : ४९५
धनंजय (आचार्य) : १९,५२५ दिशाप्रोक्षी : ३५२,४९५
धनपाल : ६,२०,४२७ टि. 'दि स्टैण्डर्ड डिक्शनरी ऑव फोकलोर' : ८३ धनिक (टीकाकार) : १९,५०० 'दि हिस्ट्री ऑव इँगलिश नॉवेल' : १२० धनुर्विद्या : २२१,२२२,२२४,२४१ दीपकर्णी : १७
‘धनुर्विद्या' (ग्रन्थ) : २२३ टि,२२७ टि. दीर्घवैताढ्य (पर्वत) : ४५९,४६४,४६५
धनुर्वेद : २२४,२२५,२२८ दुर्गाप्रसाद द्विवेद : २६७ टि.
धन्वन्तरि (आदिदेव) : १९४,२०८ दुर्गासप्तशती : १६१ टि,१९३,२३९
धम्मिल्लचरित : ३२,३७,७०,७३,७४,८०,१२८, दृतिप्रयाग : ३२६
१५६, १५७, २१३, २६९, ३६६,
३७०, ३७१, ४३२, ४३४, ४३६, दृष्टिवाद (श्रुतांग) : १५३
४३८,४४०, ४५२, ४५४, ४६७, दृष्टिविष (सर्प) : २७६
४९१ देव : ४००,४०१,४०३,४०५,४०६
धम्मिल्लहिण्डी : ६९, ७०, ७३,७४,९७, ११३, देवकीनन्दन खत्री : ३०
१४४, १८७, २०९, २१०, २१६, देवकुरु : ४५७,४५९
२१७, २२१, २२३, २२९, २५३, देवदूष्य : ३५५
२६१, २६३, २६९, २७४, २९६, देवनन्दिपूज्यपाद : ४८६
२९७, ३०२, ३०९, ३१०, ३३८, देवर्द्धिगणी : ५०३
३४४, ३४९, ३५१, ३५२, ३५६,
३६०, ३६३, ३६६, ३६८, ३७३, देव-विमान (विमान : देवलोक) : ३९३,३९४,३९५,
३७५, ३७६, ३७९, ३८२, ३८७, ३९६,३९७,४०६
३९४,४१०,४१६,४२४,४७२,४७६ देवीपुराण : २४३
धर्मदास : ६९ देवीभागवतपुराण : ४६३
धर्मदासगणी : ६९ देवेन्द्रगणी (आचार्य) : ३७,३८
धर्मसेनगणिमहत्तर: देवेन्द्रसूरि : ८४
(धर्मसेन) : १४,६७,६८,६९ देव्यपराधक्षमापनस्तोत्र : ३४१ टि.
धर्मसेनगणी : ६९ देशबन्धु विद्यालंकार : २२३,२२७ टि.
धात्री : धातकीखण्डद्वीप : ४५७,४५९,४६०,४७० देशीनाममाला : ५७५,५७९,५८०, ५८१,५८४,
धूमप्रभा (नरकभूमि) : ३९१ ५८५,५८७,५९०,५९३,५९७
धूर्ताख्यान (धुत्तक्खाण) : १५३ देशोपदेश : २४
'ध्रुवपद और उसका विकास' : २८६ टि.
ध्रुवागीति : २८६,२८७ देह-परिमाण-आत्मवाद : ४८६,४८८
ध्वन्यालोक : ५६० देह-परिमाण-आत्मवादी : ४८७
ध्वन्यालोकलोचन (चौखम्बा-संस्करण) : ५४६ टि.