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विवागसुयसि [ १२०कडगसक्कराण य चम्मपट्टाण य अल्लपल्लाण य पुजा निगरा चिट्ठन्ति । तस्स णं दुजोहणस्स चारगपालगस्स बहवे सूईण य डम्भणाण य कोहिल्लाण य पुञ्जा निगरा चिट्ठन्ति । तस्स णं दुजोहणस्त चारगपालगस्स बहवे पच्छाण य पिप्पलाण य कुहाडाण य नहच्छेयणाण य दब्भतिणाण य पुजा निगरा चिट्ठन्ति ॥ १२० ॥ . तए णं से दुजोहणे चारगपालए सीहरहस्स रन्नो बहवे चोरे य पारदारिए य गण्ठिभेए य रायावयारी य अणहारए य बालघायए य विस्तम्भघायए य जूयगरे य सण्डपट्टे य पुरिसेहिं गिण्हावेइ, २ उत्ताणए पाडेइ, लोहदण्डेणं मुहं विहाडेइ, २ अप्पेगइए तत्ततम्बं पजेइ, अप्पेगइए तउर्य पज्जेइ, अप्पेगइए सीसगं पजेइ, अप्पेगइए कलकलं पजेइ, अप्पेगइए खारतेलं पजेइ, अप्पेगइयाणं तेणं चेव अभिसेयगं करेइ । अप्पेगइए उत्ताणए पाडेर, २ आसमुत्तं पजेइ, अप्पेगइए हत्थिमुत्तं पजेइ, जाव एलमुत्तं पजेइ । अप्पेगइए हेट्ठामुहे पाडेइ, छडछडस्स वम्मावेइ, २ अप्पेगइए तेणं चेव ओवीलं दलयइ । अप्पेगइए हत्थण्डयाइं बन्धावेइ, अप्पेगइए पायण्डए बन्धावेइ, अप्पेगइए हडिबन्धणं करेइ, अप्पेगहए नियडबन्धणं करेइ, अप्पेगइए संकोडियमोडिययं करेइ, अप्पेगइए संकलबन्धणं करेइ, अप्पेगइए हत्थच्छिन्नए करेइ, जाव सत्थोवाडियं करेइ, अप्पेगइए वेणुलयाहि य जाव वायरासीहि य हणावेइ । अप्पेगइए उत्ताणए कारवेद, २ उरे सिलं दलावे, तओ लउडं छुहावेइ, २ पुरिसेहिं उक्कम्पावे।। अप्पेगइए तन्तीहि य जाव सुत्तरजूहि य हत्थेसु पाएसु य १ A खण्डपट्टे.