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- श्रीरत्नप्रनाकर ज्ञानपुष्पमाला पुष्प नंबर ३० । श्रीरत्नप्रभसूरिसदगुरुभ्यो नमः।
श्रीमद् __॥ सय्यम्नवसूरिप्रणीतम् ॥
अथश्री दसविकालिक सूत्र मूल पाठ।।
संशोधक श्रीमछुपकेश (कमला) गच्छीय मुनि ज्ञानसुंदर
प्रकाशक शाहा नथमलजीमूलचंदजी मु. सादरी (मारवाड). प्रथमा वृत्ति १०००
वीर संवत् २४४५.
अमूट्य नेट.