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________________ [99] १३. भगवान पार्श्वनाथ - हिंदीमें मास्टर छोटेलाल द्वारा अनुवादित (मुद्रित ) । १४. हरिवंशपुराण - (हिन्दी) जिनसेनाचार्य के मूल ग्रन्थका हिंदी अनुवाद कलकत्तेकी जैन संस्था द्वारा प्रगट हुआ है । इसमें भी अन्य तीर्थंकरोंके साथ पार्श्वचरित लिखा हुआ है । । १५. पार्श्वनाथपुराण - कनड़ी में पार्श्व पंडित ग्रथित (१२०१ ई०) आरके जैन सिद्धांत भवनकी ग्रन्थसूची में भी एक कनड़ी पार्श्वपुराणका उल्लेख है । मालूम नहीं कि वह यही पुराण है । १६. पार्श्वनिर्वाण काव्य - (सं०) वादिराज कवि प्रणीत और चारुकीर्ति कृत टीका । ( देखो दि० जैन ग्रन्थकर्ता और उनके ग्रन्थष्ट० ९ और २५ ) । १७. चिंतामणि पार्श्वनाथकल्प - (सं०) धर्मघोषकृत (उपरोक्त ग्रन्थ ८० १३) । १८. पार्श्वनाथ भगवान - बंगला भाषा में श्रीयुत हरिसत्य भट्टाचार्य एम० ए० द्वारा 'जिनवाणी' पत्रिकामें प्रकाशित । १९. तीर्थंकर चरित्रे - (मराठी) तात्या नेमिनाथ पांगलकृत । २०. नागेंद्र कथा - पुण्याश्नव कथाकोष - ब० नेमिदत्त विरचिंत (सं० ) । २१. चामुण्डरायपुराण - श्री चामुण्डरायकृत (१० शताब्दि ) २२. लार्ड पार्श्वनाथ - अंग्रेजी में मि० हरिसत्य भट्टाचार्य कृत । 'जैन मित्रमंडल, बिल्ली' द्वारा प्रकाशित । श्वेताम्बर सम्प्रदायके ग्रन्थः- १. कल्पसूत्र - श्रीभद्रबाहु प्रणीत (अर्धमागधी) (S. B. E.) 1
SR No.022599
Book TitleBhagawan Parshwanath Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamtaprasad Jain
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year1931
Total Pages302
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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