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॥श्री आदिनाथाय नमः॥ श्री लक्ष्मीवल्लभगणि-विरचित-टीका-समेतम्
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उत्तराध्ययनसूत्रम्
(भाग-१)
टीकाकारः श्री लक्ष्मीवल्लभ गणी
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: संपादको : पंन्यास प्रवर श्री वज्रसेनविजयजी गणी
मुनि श्री भाग्येशविजयजी
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: प्रकाशक:
भद्रंकर प्रकाशन ४९/१, महालक्ष्मी सोसायटी, सुजाता फ्लेटनी पासे, शाहीबाग, अमदावाद-३८० ००४. © : २८६०७८५
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