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॥ णमो सिरिवद्धमाणस्स ॥
श्रीमद्विजयराजेन्द्रसूरीश्वर-श्रीधनचंद्रसूरीश्वर-भूपेन्द्रसूरीश्वरेभ्यो नमः ।
पूर्वाचार्यविरचित -
श्री गच्छाचार - पयन्ना
संस्कृत छाया सह गुजराती विवेचन युक्त
___ संयोजकजगत्पूज्य सौधर्म बृत्तपोगच्छीय भट्टारक श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी महाराज
संशोधक - उपाध्याय श्री गुलाबविजयजी महाराज
प्रकाशक एवं सुकृत सहयोगी
मुनिराज श्री जयानंदविजयजी के सदुपदेश से
शा अमीचंद्रजी ताराजी दाणी - मु.पो.धानसा (जिला-जालोर) राजस्थान