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नायाधम्मकहाओ अम्हेहिं सद्धिं विपुलं पव्वयं सणियं २ दुरूहइ २ सयमेव मेघघणसन्निगासं पुढविसिलं पडिलेहेइ २ भत्तपाणपडियाइक्खिए अणुपुषेणं कालगए। ऐस गंदेवाणुप्पिया ! मेहस्स अणगारस्स आयारभंडए ।
(37) भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं ३ वंदई नमसइ २ एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पियाणं अंतेवासी मेहे नामं अणगारे । से गं भंते ! मेहे अणगारे कालमासे कालं किच्चा कहिं गए कहिं उववन्ने ? गोयमा इसमणे ३ भगवं गोयम एवं वयासी- एवं खलु गोयमा ! मम अंतेवासी मेहे नामं अणगारे पगइभदए जाव विणीए । से णं तहारूवाणं थेराणं अंतिए सामाइयमाइयाई एक्कारस अंगाई अहिज्जइ बारस भिक्खुपडिमाओ गुणरयणसंवच्छरं तवोकम्मं कारणं फासेत्ता जाव किट्टेत्ता मए अब्भणुनाए समाणे गोयमाइ थेरे खामेइ तहारूवेंहिं जाव विपुलं पव्वयं दुरूहइ दब्भसंथारंग संथरइ २ दब्भसंथारोवगए सयमेव पंचमहव्वएं उच्चारेइ बारस वासाइं सामण्णपरियागं पाउणित्ता मासियाए संलेहणाए अप्पाणं झूसित्ता सढि भत्ताइं अणसणाए छेदेत्ता आलोइयपडिकते उद्धियसल्ले समाहिपत्ते कालमासे कालं किच्चा उद्धं चांदमसूरगहगणनक्खत्ततारारूवाणं बहूई जोयणाई बहूई जोयणसयाई बहूई जोयणसहस्साई बहूई जोयणसयसहस्साई बहूइ जोयणकोडीओ बहूइ जोयणकोडाकोडीओ उड़े दूरं उप्पहत्ता सोहम्मीसाणसणंकुमारमाहिंदबंभलंतगमहासुक्कसहस्साराणयपाणयारणच्चुए तिण्णि य अट्ठारसुत्तरे गेवेज्जविमाणवाससए वीइवइत्ता विजए महाविमाणे देवत्ताए उववन्ने । तत्थ णं अत्थेगइयाणं देवाणं तेत्तीसं सागरोवमाई ठिई पन्नत्ता । तत्थ णं मेहस्स वि देवस्स तेत्तीसं सागरोवमाइं ठिई पन्नत्ता । एस ण भंते ! मेहे देवे ताओ देवलोयाओ आउक्खएणं ठिइक्खएणं भवक्खएणं अणंतरं चयं चइत्ता कहिं गच्छिहिइ कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ बुज्झिहिइ मुच्चिहिइ परिनिव्वाहिइ सव्वदुक्खाणमंतं काहिइ ।
__एवं खलु जंबू ! समणेणं जाव संपत्तेणं अप्पोपालंभनिमित्तं पढमस्स नायज्झयणस्स अयमढे पन्नत्ते त्तिबेमि ।
.॥ पढमं अज्झयणं समत्तं ॥