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लेसष्य णं.
१६९ मुहुत्तद्धं तु जहन्ना तिमुदही पलियमसंखनागम
____ जहिया उक्कोसा हो विई नायव्वा काउलेसाए ॥३६ ॥ मुहुत्तद्धं तु जहन्ना दोमुदही पलियमसंख नागम
भहिया उक्कोसा होश ठिई नायव्वा तेउलेसाए ॥३७॥ मुहुत्तद्धं तु जहन्ना दस होन्ति य'सागरा मुहुत्तहिया। उकोसा हो ठिई नायव्वा पम्हलेसाए ॥३८॥ मुहत्तद्धं तु जइन्ना तेत्तीसं सागरा मुहुत्तहिया । उक्कोसा हो विई नायव्वा सुकलेसाए ॥ ३९ ॥ एसा खलु लेसाणं ओदेण विई वलिया हो। चउसु वि गईसु एत्तो लेसाण ठिइं तु वोहामि ॥४०॥ दस वाससहस्साई काऊए लिई जहन्निया होइ । तिमुदही पलिओवम असङ्खभागं च उकोसा ॥४१॥ तिमुदही पलियोवम संखनागो जहन्नेण नीलगिई। दसउदही पलियोवम असङ्खभागं च उक्कोसा॥४२॥ दसउदही पलिओवम असङ्घभागं जहनिया होइ । तेत्तीससागराजं उकोसा होइ किएहाए ॥४३ ॥ एसा नेरइयाणं लेसाण विई उ वलिया होइ। तेण परं वोडामि तिरियमणुस्लाण देवाणं ॥ ४४ ॥ अन्तोमुहत्तमद्धं लेसाण जहिं जहिं जाउ । तिरियाण नराणं वा वत्तिा केवलं लेसं ॥४५॥ मुहुत्तद्धं तु जहन्ना नकोसा होइ पुवकोडीयो। नवहि वरिसेहि ऊणा नायबा सुकनेसाए ॥४६ ॥
A ( आ.) दस उदही होम्ति मुहुत्तमभहिया.
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