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पमायहाणं.
न किंचि फासं अवरुज्झई से
एगन्तरते रुहरंसि फासे अतालिसे से कुपई पोसं । दुक्खस्स संपीलमुवेइ बाले न लिई तेरा मुणी विरागो
फासाणुगासाएगए य जीवे चराचरे हिंसइ गरूवे | चित्तेहि ते परितावेइ बाले पीले अत्तट्ठगुरु किलिट्टे
फासाणुवाएण परिग्गदेण उप्पायणे रक्खणसन्निओगे | ar वियोगे य कहं सुहं से संजोगकाले य अतित्तलाने
फासे तित्ते य परिग्गहंमि सत्तोवसत्तो न उवे तुट्ठि | अतुट्ठिदोसे दुही परस्त लोजाविले आययई दत्तं ताजिनूयस्स अदत्तहारिणो
फासे अतित्तस्स परिग्गहे य । मायामुखं वढ लोनदोसा
तत्थावि क्खा न विमुच्चई से मोसस्त पहा य पुरत्यओ य
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