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परम-पूज्य-व्याख्यान-वाचस्पति-आचार्यदेवेश
श्रीमद्-विजय-यतीन्द्रसूरीधरेण संदृब्धम्
॥ चरित्रसप्तकम् ॥
श्री रत्नसारचरित्रम् श्री अघटकुमारचरित्रम् श्री जगडूशाहचरित्रम्
श्री कयवनाचरित्रम् श्री चम्पकमालाचरित्रम्
श्री बृहद्विद्वद्गोष्ठी श्री हरिबलधीवरचरित्रम्