________________
शब्दार्थाः
॥
सत्य = बुद्धिमान् पुरुष = अनेक प्रकार से = ऐश्वर्य का अभाव = सोना
काव्य काम
॥
वर्ष
॥
॥
सत् विप्रः बहुधा अभतिः स्वपनम् काव्यम्
शरद् वैमा
क्ररम् नामा असत् तमस् ज्योतिः मृत्युः भमा तर्पणीय जागृ
॥
॥
॥
॥
॥
॥
FFFFFEEEEEEEEEEEEEEEEEEEE
(truth) (wise man) (in various ways) (loss of prosperity) (sleeping) (poetry) 3 (year) (truly) (cruelty) (falsehood) (darkness) (light) (mortality) या (enough) (satisfied) (to wake up) (best person) (to know,to understand) (one that has consulta(tion/secrecy at its root) (to say) (thoughtful) (money) (respected) (bad name) (death) (success) (to announce) (doer) (to fill) (belly) (wealth)
वरः
॥
॥
नि+बुध मन्त्र-मूल
सचमुच पाया। = अत्याचार
असत्य अँधेरा प्रकाशमानामा मृत्यु
अधिक = सन्तुष्ट
जागना श्रेष्ठजन जानना, समझना सलाह/रहस्य है मूल में जिसके कहना विचारशील धन सम्मानित अपयश मृत्य सफलता घोषणा करना करने वाला
भरना = पेट = धन
॥
॥
॥
॥
॥
प्र+वद् मनीषिन् अर्थः सम्भावित अकीर्तिः मरणम् सिद्धिः परि+की कर्तृत
॥
॥
॥
॥
॥
जठरम् स्वत्वम्
॥