________________
गोपाल नन्दन
पार्थः
वत्सः
सुधीः
भोक्तृ
अमृतम्
आदेशः
परि+त्यज्
व्रज्
शुचः
लक्षणम्
योगेश्वरः
धनुर्धरः
श्रीः
भूतिः
ध्रुवा
नीतिः
अमरता छिद्
पावकः
क्लेदय्
आपः
शोषय्
मारुतः
प्रतिज्ञा
परित्राणम् विनाश:
दुष्कृताम्
संस्थापनम्
अर्था
सम्+भू
ग्लानिः
भारतः
= ग्वालों का प्रिय ( श्रीकृष्ण)
पृथा-पुत्र अर्जुन
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||| IL
= बछड़ा
=
=
=
=
धनुर्धारी
लक्ष्मी
= ऐश्वर्य
=
=
= काटना
विद्वान् भोगने वाला
अमृत
आज्ञा
छोड़ना
=
जाना
शोक करो!
निशानी, परिभाषा
योगीराज
=
= नाश
=
निश्चित
नीति, विचार अमरता
= दुष्टों का
=
= स्थापना
आग
गीला करना
जल
सुखाना
हवा
व्रत
रक्षा
लिए जन्म लेना
नाश, क्षय भरत-वंशी
59
(beloved of cowmen-Krishna) (Pritha's son Arjuna) 88) (calf) (K
(wise)
(enjoyer)
(nectar) (order) (to leave)
(to go)
DA
(griee!)
(sign)
(king of yogis)
ws) F
(archer)
(fortune)
(prosperity)
(determined) quo (policy, thought) (immortality)
(to cut)
(fire)
(to make wet)
(water)
(to dry)
(air)
(vow)
(protection)
(destruction)
(of wickeds) (establishment)
प्रा
(for)
(to be born)
(decline)
(one born in the family of Bharatas)