________________
सुकृत के सहयोगी क
श्री तत्त्वार्थाधिगम सूत्रम्
(सप्तमो अध्यायः + अष्टमो अध्यायः)
७
८
ग्रन्थ के प्रकाशन में
श्री रामा नगर शणगार
श्री सुमतिनाथ जिनालय
की
महा मंगलकारी प्रतिष्ठा
निमित्त
प्रतिष्ठा : वि. सं. २०५६
माघ शुक्ल १४ शुक्रवार १८ फरवरी २०००
श्री जैन संघ,
श्री सुमतिनाथ जिनालय रामानगर
रामा नगर
(जि. जालोर - राजस्थान )
ने
सुन्दर आर्थिक सहयोग प्रदान किया है।
श्रुतभक्ति के महानलाभ की हार्दिक अनुमोदना के साथ सकल श्री संघ व कार्यकर्त्तागण को हार्दिक धन्यवाद
साभार
श्री सुशील - साहित्य प्रकाशन समिति