SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 239
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ फक x जीवन यह अनमोल x जीवन बचपन नाज पल-पल विषय-वासना की मन बार-बार ( 58 ) धर्म- मर्म [१] यह अनमोल रे मानव ! जीवन यह अनमोल । भोलेपन में बीता " यौवन है सरसाया प्रदा में जादू छाया , मन प्रसून विकसाया || सत्पथ जीवन [ २ ] जीवन यह अनमोल रे बीता कदम-कदम पर प्राशा नहीं चलेगी यह थिरकन में, पंछी बौराया, जाये साधो ! 1 [ 1 जीवन यह अनमोल । पोल | मानव ! तृष्णा रूप अनूप दिखाती है, यह भव बन्धन के गहरे कूप गिराती है । जाये, सब बिसरा ऐसी तान सुनाती है, अपना ऐसा साधो बजे धर्म का ढोल । अनमोल रे मानव ! जीवन यह अनमोल ।। फफफफ
SR No.022535
Book TitleTattvarthadhigam Sutraam Tasyopari Subodhika Tika Tatha Hindi Vivechanamrut Part 07 08
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaysushilsuri
PublisherSushil Sahitya Prakashan Samiti
Publication Year2001
Total Pages268
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy