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प्रकाशक:-- आगमोद्धारक ग्रन्थमाला के एक कार्यवाहक
शा. रमणलाल जयचंद कपडवंज (जि० खेड़ा)
* द्रव्य-सहायक*
२५०=०० पू० मुनिराज श्री गौतमसागरजी म० के सदुपदेश से सुराणा परतापसीभाई नी अन्तिम आराधना
प्रसंगे ह. शीवलाल परतापसीभाई
मुद्रक:शांति प्रिन्टर्स जवाहर मार्ग रुट नं. २ इन्दौर नगर-२