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जीवराज जैन ग्रन्थमाला, ग्रन्थ १६
ग्रन्थमाला संपादक प्रो. आ. ने. उपाध्ये व प्रो. हीरालाल जैन
श्री-भावसेन-विद्य-विरचित
विश्वतत्त्वप्रकाश
आलोचनात्मक प्रस्तावना, जैन तार्किक साहित्यनामक विस्तृत निबंध, टिप्पण, इत्यादि सहित प्रथमवार संपादित
संपादक प्रा. विद्याधर जोहरापूरकर एम् .ए., श्रीगच! संस्कृत प्राध्यापक, शासकीय महाविद्यालय, जावरा (म. प्र.)
प्रकाशक
गुलाबचन्द हिराचन्द दोशी जैन संस्कृति संरक्षक संघ, सोलापूर.
वीर नि. से. २४९०] सन १९६४
_ मूल्य
[विक्रम सं. २०२० व