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________________ Lalliamuildinlandaldallallalladdindian उनके पुत्र श्री नैनमल सुराणा धर्मपत्नी श्रीमती गवरी बाई, पौत्र महेन्द्र सुराणा - धर्मपत्नी श्रीमती सुमित्रा देवी, कैलाश सुराणा - धर्मपत्नी श्रीमती प्रवीना देवी, सुशील सुराणा - धर्मपत्नी श्रीमती ललिता देवी, सतीश सुराणा धर्मपत्नी श्रीमती रजनी देवी, यशवन्त सुरागा-धर्मपत्नी श्रीमती पूर्णिमा देवी, प्रपौत्र-गौरव, दर्शन, प्रशान्त, चिराग एवं समस्त सुराणा परिवार निवासी-सिरोही की तरफ से भव्य रूप से होगा। Hamdamlilabamahamandallaahatamaal (३) श्री नवग्रह शांति जिनमन्दिर निर्माता- श्री जोयला नगर जैन संघ, मु. जोयला (राज.) श्री अष्टापद जैन तीर्थ, सुशील विहार की विशाल योजना के अन्तर्गत श्री नवग्रहों की शांति-साधना हेतु जिनजिन श्री जिनेश्वर भगवान की आराधना-उपासना पूर्वाचार्यों ने प्राचीन स्तोत्रों में बताई है। तद् अनुसार नूतन श्री नवग्रह शांति जिनमन्दिर का निर्माण होगा। इसमें देहरियों में ग्रहों के जाप के अनुसार निर्दिष्ट क्रमश: श्री जिनेश्वर परमात्मा की प्रतिमा स्थापित होंगी और साथ में उसी देहरी पर ग्रहों के चित्र-मंत्र-यंत्र आदि पट्टरूप में उत्कीर्ण होंगे। ___ यह अष्टकोणीय प्रासाद बनेगा। Nalaldilliandialiduadaiandidalaalamaal
SR No.022444
Book TitleVishva Kartutva Mimansa Evam Jagat Kartutva Mimansa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSushilsuri, Jinottamvijay
PublisherSushil Sahitya Prakashan Samiti
Publication Year1996
Total Pages116
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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