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________________ श्लोकानुक्रम ५२७ १९० इन्द्रजाल इन्द्रजालिक इन्द्रिय ६८ ३५ ३३०, ३३४ ईश्वर ९,१७,१८ १८३ उच्चासन २९५ उत्तमार्थ उत्तरगुण १२८ उत्पत्तिस्थितिसंहार २७ उदुम्बरपंचक १२९ उपगूह (-सम्यक्त्वका गुण) ७१, २२२ उपदेश (-सम्यक्त्व) ११३,११४ उपचार उपाध्यायपरमेष्ठी उपासक २३२, २३३, ३०९ उपासकाध्ययन उमा २ उपनयनादिक्रियाकाण्ड २२० उपवास ३२३ उपवासविधि १२० २२१ केवली १७५ केशोत्पाटन औदासीन्य १२८ कैवल्य . २६६ कौमुदीमहोत्सव १७१ कटासन क्रियाकाण्ड २,३०४ कणचर २३ क्रोध (-का स्वरूप) ३३१ कथा ( के भेद ) १७५ क्लेश कदलीघात ३२४ क्लेशक्षय ४ कपर्दी १३९ क्षत्रिय कपिल २४४ क्षपण करंडक क्षयोपशम ११२ करण (-अनुयोग) ३२८ क्षमापुष ३२० कतृत्व १२० शान्ति कर्म १,२,९,२०,२९,१२०,३१६ । क्षुल्लक ६३,७३,३०४ कर्मविपाक ४३,८९ क्षेत्रज्ञ २२३,३११ कला २६० कवित्व ३०४ कषाय ३१,८०,१४५,३२३,३३० खरपटागम , (की निरुक्ति) ख्याति ३३१ कांक्षा काकन्दी (-पुरी) १४०,२०८ गजस्नान २९० गडुकप्रदान कापालिक गणधर ४९,२१७,२२६ कापिल गन्धकुटी कामधेनु ५२,२१८ गन्धोदक २३९ कायकषायकर्शना १८३ गद्य ३१३ कायक्लेश २९०,३११,३३० गुणवत १४३,२१० कारुण्य गुणस्थान ३२७,३२८,३२९ कालातिक्रमण ३१३ गुप्ति २२४ काव्य गुरुपंचक ३२४ काहल २३८ २८३ किंपाकफल गुरूपास्ति कुंडली २६० गृहस्थ १,२५,११५,१२९ २१५, कुल (-मद) ३२६ ३०३,३०५,३१६ २ , (लक्षण) ३१८ २१८ गृहस्थ (-के षट्कर्म) कूटलेखन १७५ गृहाश्रम १९१ केवलज्ञान १५,५२,१२५, २१८,२२४, गेहदेहार्चन २८८ - काणाद ऊर्ध्वग ऊमि २८ २५८ है १८८ ऋत्विज ऋषि १५० गुरुबीज २८८ एकत्वादिभावना ... ... १८३ एकमक्त एकस्थान २८८ एकादशांग एकानसी (-पुरी) १४२ एकान्त (मिथ्यात्व) एकान्तवाद २२१ कुलाचार्यक कुहक ३२६ ३१५ ऐरावत (-वर्ष) २२३
SR No.022417
Book TitleUpasakadhyayan
Original Sutra AuthorSomdevsuri
AuthorKailashchandra Shastri
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year2013
Total Pages664
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
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