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इस ग्रंथमालामें नीचे लिखे ग्रंथ छपेंगे। ग्रंथनाम
ग्रंथकर्ताओं के नाम
जैनदर्शनग्रंथ । तत्त्वार्थाधिगममोक्षशास्त्रपर गंधहस्तमहाभाष्य । ८४००० श्लक.)
श्रीमत्स्वामी समंतभद्राचार्य राजवाति कालंकार ( छपता है) श्रीमद्भट्टाकलंकदेव श्लोकवार्तिकालंकार
स्याद्वादविद्यापति श्रीमद्विद्यानंदस्वामी
जैन सिद्धांतग्रंथ । गोमट्टमार टीका
श्रीमदभय चंद्रसिद्धांतचक्रवर्ति गोमदृमार टीका
श्रीकशववर्णी परमात्माप्रकाश सटीक
श्रीयागींद्रदेव नाटकत्रय सटीक
श्रीमदमृतचंद्रसूरिप्रभृति
जैनन्यायग्रंथ । न्यायविनिश्चयालंकार
श्रीमद्भट्टाकलंकदेव न्यायकुमुदचंद्रोदय
श्रीमत्प्रभाचंद्राचार्य आप्तमीमांसालंकृति ( अष्टसहस्री) स्याद्वादविद्यापति श्रीमद्विद्यानंदस्वामी
जैनव्याकरणग्रंथ । शब्दानुशासन ( शाकटायन व्याकरण) श्रुतकेवलिदेशीयश्रीमत् शाकटायनाचार्य शब्दानुशासन अमोघवृत्ति सहित
अमोघाचाय (?) शब्दाणवचंद्रिका (जैनेंद्रलघुवृत्ति) सोमदेवसूरि शब्दार्णव ( जैनेंदमहावृत्ति महित) श्रीमत्पूज्यपादस्वामी देवनंद्याचार्य शब्दार्णव (भाष्य वा न्यास)
श्रीमत्प्रभाचंद्राचार्य
जैनसाहित्यग्रंथ । अलंकारचिंतामणि सटीक
श्रीमदजितसेनाचार्य (वादीभसिंहसूरि) विक्रांतकौरवीय नाटक
महाकवि हस्तिमल्ल अंजनापवनंजय नाटक मैथिलीपरिणय नाटक सुभद्रा नाटिका च चतुःसंधान, सप्तसंधान, चतुर्विंशतिसंधान श्रीमत्पडितराज जगन्नाथ महाकवि
पौराणिक काव्यग्रंथ । त्रिषष्टिशलाका महापुराण (प्राकृत) श्रीमत्पुष्पदंताचार्य हरिवंशपुराण और पद्मपुराण " पद्मपुराण ( जैनरामायण १८००० श्लोक) श्रीमदूरविषेणाचार्य पांडवपुराण ( जैनमहाभारत ) पार्श्वपुराण महाकविश्रीमद्वादिराजसूरि
__गणितज्योतिष ग्रंथ। गणितसारसंग्रह
गणिताचार्यशिरोमणि श्रीवीराचार्य त्रिलोकसार सटीक (प्राकृत)
श्रीनेमिचंद्राचार्य जैन सिद्धांतचक्रवर्ति भद्रबाहुसंहिता , सार्द्धद्वयदीपप्रज्ञप्ति ज्योतिषाचार्य श्रीमद्भद्रबाहस्वामी जंबूद्वीपप्रज्ञप्ति
श्रीपद्मनंद्याचार्य चंद्रसूर्यप्रज्ञप्ति
श्रीमद मितगत्याचार्य