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________________ 138 • ‘द्रव्य-गुएा-पर्यायनो रास' तथा 'द्रव्यानुयोगपरामर्श' व्यायामां वएर्शवेसा पद्दार्थोनी याही • भावनामयज्ञान देखिए ज्ञान भाषाशुद्धि देखिए शुद्धि भासर्वज्ञमत समीक्षा देखिए समीक्षा भूतनैगम देखिए भूमिशुद्धि भेद (दिगंबर) भावनायोग भाव योग भावलब्धि देखिए भावलेश्या ( + उपयोग + बोध) योग (योगबिन्दु) देखिए देखिए योग ( अवशिष्ट ) लब्धि (ग्रन्थिभेद कारणीभूत) देखिए लेश्या भाव विकार (देवचंद्रजी ) देखिए विकार भाव विकार ( वार्ष्यायणि) देखिए विकार भावशुद्ध देखिए शुद्धि भावश्रावक लिंग (क्रियागत) देखिए लिंग (१) भाव श्रावक लिंग भाव श्रावक लिंग ( भावगत ) देखिए लिंग भाव सम्यक्त्व भावसाधु लिंग भावस्याद्वाद भावस्याद्वाद शुद्धपरिणति भावांतरस्वरूप अभाव देखिए अभाव नयमत भावार्थनय देखिए भाविनैगम देखिए नय ( नवविध ) (३) नैगमनय भाषा देखिए सम्यक्त्व (सम्यग्दर्शन) देखिए देखिए (१) अपभ्रंश (२) गुर्जरभाषा (३) चूलिका पैशाची (४) देशी (५) पैशाची (१०) शौरसेनी (११) संस्कृत (१) भावश्रावक लिंग (६) प्राकृत (७) भारतीयराष्ट्रभाषा (८) मागधी (९) मिश्र लिंग स्याद्वाद २४७६ २३५८ २०२० २३५८ २३५८ २३५८ २३५५-२३५८ २०२० २३५८ २३५८ २३५८ २३५७-५९ (१) अतद्भाव (२) पृथक्त्व भेद (प्रकार) (१) अजीवपरिणामभेद (२) अनुयोगभेद (i) दिगंबरमत (ii) श्वेतांबर (३) अरूपअजीवभेद नय (नवविध) (३) नैगमनय देखिए शुद्धि (११) गुणभेद ३९८,१८१६-१८१८ ३९८,१८१६-१८१८ (१२) चारित्रभेद १९६, २१९१ (i) विशेषगुण भेद (ii) सामान्यगुण भेद (४) अवाचनीयभेद (५) आत्मभेद (६) आत्मार्थिजीवभेद (७) औपचारिक भेद (८) कालभेद (९) केवलज्ञान भेद (१०) गीतार्थभेद (i) आध्यात्मिक गीतार्थ भेद २४८९ २४९०,२५३३ ७३, २२८०-८२ (ii) द्रव्यानुयोगगीतार्थ भेद ७४, २२८० - ८२ ९ ८ १५०५-०६, १५८६,१६११-१२,१६३२ (ii) चरण-करणानुयोगगीतार्थ भेद २३६५-६७ ६४०, २१३५ ६, ७ २४७ १५०४-०५, १५२१, १५८२,१६१५,१६२५ १७३,४१२, १२७५ १२७८, २०४४, २१५७ १६८५-१७०७ १६४९-१६८४ १७९६
SR No.022378
Book TitleDravya Gun Paryayno Ras Dravyanuyog Paramarsh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYashovijay
PublisherShreyaskar Andheri Gujarati Jain Sangh
Publication Year2013
Total Pages432
LanguageGujarati, Sanskrit
ClassificationBook_Gujarati & Book_Devnagari
File Size74 MB
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