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श्रीसम्यक्चारित्राय नमः। श्रीइन्द्रियपराजयशतक.
भाषा पद्यानुवाद सहित।
जिसका बुद्भूलाल श्रावक, देवरी जिला सागर निवासी हिन्दीभाषामें पद्यानुवाद किया।
और
बम्बईके निर्णयसागर प्रेस, कोलभाट लेन नं. २३ में बा-रा. घाणेकस्के
प्रबंधसे छपाकर प्रसिद्ध किया.
प्रथमवार १००.]
[श्री वीरनिर्वाण सम्वत् २४३८
मूल्य दो आना।