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परिमाणो पुग्गलपरहो ॥ ७६ ॥ उरलाइ सत्तगेणं, एगजियो मुअइ फुसिय सवअणू ॥ जि. त्तियकालि स थूलो दवे सुहुमो सगन्नयरा ॥ ७ ॥लोगपएसोसप्पिणि,-समया अणुभागबंधगणा य ॥ जह तह कममरणेणं, पुठ्ठाखित्ताश् थूलियरा ॥ ॥ अप्पयरपयमिबंधी, उक्कडजोगी अ सन्निपजत्तो॥कुण पएसुक्कोस, जहन्नयं तस्स वच्चासे ॥ नए ॥ मिच्छ अजयचल आज, बितिगुणविणु मोहि सत्त मिच्छाश छएहं सतरस सुहुमो, अजया देसा बितिकसाए ॥ ए ॥ पण अनिअट्टी सुखगश्,-नराउ सुरसुनगतिगविउविगं ॥समचरंस मसायं, वरं मिच्छो व सम्मो वा ॥ १ ॥ निदापयलाउजु. थल, भयकुच्छातित्थ संमगो सुजई॥ आहार पुगं सेसा, उक्कोसपएसगा मिच्यो ।ए। सुमुणी सुन्नि असन्नी, नरयतिगसुराउ सुरविउविगं ॥ सम्मो जिणो जहन्नं, सुहुमनिगोधाश्खणि सेसा ॥ ए३ ॥ दंसपछगभयकुच्छा, बितितुरिबक