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और परस्थान ग्रासरी जघन्य १.२-३संख्याता,उत्कृष्ट असंख्याता उपजे। असन्नी मनुष्यमें ज०१-२-३यावत् संख्याता, उत्कृष्ट असंख्याता उपजे ।
२०स्थितिपृथ्वीकायकी स्थिति ज० अंतर्मुहर्त की उ० २२००० वर्ष की, अपकाय
७००० ,, तेउकाय
तीन अहोरात्री की वायुकाय
, ,, ,, ३००० वर्ष की, वनस्पतिकाय
,, १०००० ,, असन्नी मनुष्य की ,
,, अंतर्मुहूर्त की २१ समोहया असमोहया मरण- पांच स्थावर और प्रसन्नी मनुष्य दोनों प्रकार के मरण मरते हैं ।
२२ चवण-चार स्थावर में स्वस्थान प्रासरी समय समय असंख्याता च्यवे, और परस्थान आसरी ज० १-२-३ यावत् संख्याता उत्कृष्ट असंख्याता च्यवे, वनस्पति काय में स्वस्थान प्रासरी समय समय अनंता च्यवे और परस्थान आसरी ज० १ - २-३ यावत् संख्याता उत्कृष्ट असंख्याता च्यवे । असन्नी मनुष्य में ज० १ - २ -- ३ यावत् संख्याता उत्कृष्ट असंख्याता च्यवे।
२३गई-पृथ्वीकाय,अपकाय, और वनस्पति काय