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लोकप्रकाश का समीक्षात्मक अध्ययन मेरे पतिवर्य श्री विकास जी ललवाणी और मेरी अग्रजा ने मेरे आत्मबल को सदैव प्रेरित किया। मेरे परम आदरणीय पिताजी, वात्सल्यविभूति माताजी, कर्मप्रेरिका सासू मां, श्वसुरजी, जेठ-जेठानी, भ्राता श्री सतीश जैन, भाभी जी और अनुजा डॉ. जयश्री-श्री रोहित सिंघवी इन सभी का कार्य-सम्पादन में पूर्ण सहयोग रहा। मातृ वत्सल भाव से कभी-कभी वंचित रहने वाली मेरी सुपुत्रियां जिगीषा और ऋत्विजा ने भी मेरे इस कार्य में सहयोग किया। ---
___ लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्या मंदिर, अहमदाबाद के निदेशक श्रद्धेय डॉ. जितेन्द्र बी. शाह की मैं हृदय से कृतज्ञ हूँ कि उन्होंने इस पुस्तक के प्रकाशन हेतु सहज स्वीकृति प्रदान की।
पुस्तक के कम्प्युटरीकरण के कार्य को पूर्ण मनोयोग से श्री कमलेश मेहता, जोधपुर ने सम्पन्न किया। इनका भी मैं हृदय से आभार व्यक्त करती हूँ।
- डॉ. हेमलता जैन (ललवाणी)